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चंडीगढ़। कोरोना काल चल रहा है। कोरोना की फिलहाल दवा तो कोई नहीं है, लेकिन कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सेहत विभाग द्वारा दावा किया जा रहा है कि लोग इम्यूनिटी सही रखें।
इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए फल फ्रूट इत्यादि वस्तुओं का ज्यादा सेवन करें। लेकिन एक और समस्या अब नज़र आ रही है। विशेषज्ञों की राय है कि ज्यादा खट्टी वस्तुएं खाने से कई बार किडनी स्टोन की समस्या से जूझना पड़ सकता है।
किडनी स्टोन एक ऐसी समस्या है। जिसका दर्द बहुत तीव्रता से महसूस किया जाता है। इससे किसी को भी गंभीर समस्या हो सकती है।
जब शरीर में नमक और अन्य खनिज एक दूसरे के संपर्क में आते हैं, तो पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है। इसका आकार कभी निश्चित नहीं होता है।
डॉक्टरों के अनुसार, मानव शरीर में चार प्रकार के पत्थर होते हैं। उन्हें कैल्शियम स्टोन, स्ट्रुवाइट स्टोन, यूरिक एसिड स्टोन और सिस्टीन स्टोन कहा जाता है।
पत्थर की स्थिति इस बात पर निर्भर करती है कि हम क्या खाते हैं और क्या पीते हैं। आज हम आपको गुर्दे की पथरी नहीं चाहते हैं।

कोल्ड ड्रिंक से दूर रहें

कोल्ड ड्रिंक पीना खतरनाक हो सकता है। यह रसायनों और शर्करा में उच्च है। इससे पथरी की तकलीफ बढ़ सकती है।

विटामिन सी

प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए लोग अब विटामिन सी या खट्टे फलों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। शायद आप भूल रहे हैं कि बहुत अधिक विटामिन सी भी पत्थर की समस्या पैदा कर सकता है।

बहुत अधिक सोडियम

यदि आपके भोजन में बहुत अधिक सोडियम है, तो यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है। जंक फूड, पैकेज्ड फूड और बहुत अधिक नमक से बचें।
बाहर के चिप्स, सूप, नमकीन में बहुत अधिक नमक का उपयोग किया जाता है। इसलिए पैकेज्ड फूड न खाएं।

एनिमल प्रोटीन

जानवरों में प्रोटीन शरीर में कैल्शियम ऑक्सालेट, कैल्शियम फॉस्फेट और यूरिक एसिड पत्थरों के जोखिम को बढ़ाता है। इसलिए, आपको अपने आहार में पशु प्रोटीन को कम रखना चाहिए।
गुर्दे की पथरी की समस्याओं को रोकने के लिए डिटॉक्सिफिकेशन आवश्यक है। प्राकृतिक तरीके से किडनी को डिटॉक्सीफाई करने के लिए खूब पानी पिएं।
इसके अलावा, आंवला, अनार और सेब साइडर सिरका जैसी चीजें पत्थर की समस्याओं से राहत के लिए फायदेमंद हैं।

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