Prabhat Times
पटना। बिहार (Bihar) में सड़कों हादसों (Road Accident) पर लगाम लगाने के  लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सड़क दुर्घटना में दोषी वाहनों का अब रजिस्ट्रेशन (Registration) रद्द किया जाएगा साथ ही चालक का साइसेंस (Driving License) भी कैंसिल कर दिया जाएगा.
परिवहन सचिव संजय अग्रवाल ने ये फैसला लिया है.  इसके साथ ही सरकार ऑटो और बस में ओवरलोडिंग को लेकर भी एक विशेष अभियान भी चलाने वाली है. जिलों में हेलमेट, सीटबेल्ट के साथ फिटनेस जांच अभियान में भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं.
बिहार के स्कूलों में मैथिली भाषा की पढ़ाई को लेकर बिहार सरकार जल्द ही सकारात्मक फैसला ले सकती है. बिहार विधानपरिषद में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जवाब देने के लिए सदन में पहुंचे तब कांग्रेसी एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांग रखी.
प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि मिथिला के लोगों की लंबे समय से यह मांग रही है कि स्कूल पाठ्यक्रम में फिर से मैथिली की पढ़ाई शुरू की जाए. इसलिए उन्होंने सदन में कई बार इस मसले को उठाया भी है. कांग्रेसी एमएलसी की इस मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैथिली उन्हें भी प्रिय भाषा लगती है. शिक्षा विभाग कोई फैसला करता है तो वह बतौर मुख्यमंत्री उसका स्वागत करेंगे.

लग्जरी इलेक्ट्रिक बस चलाने की तैयारी

बिहार की सड़कों पर जल्दी ही इलेक्ट्रिक से चलनेवाली बसें दौड़ेंगी. पटनावासियों को लग्जरी इलेक्ट्रिक बसों की सहूलियत देने के लिए तैयारी पूरी हो चुकी है. जल्द ही इसकी शुरुआत होगी, इसके लिए आठ बसें पटना के फुलवारीशरीफ पहुंच चुकी हैं.
इन आधुनिक इलेक्ट्रिक बसों के बारे में बताया जा रहा है कि यह एक घंटे में रिचार्ज होंगी, और फुल रिचार्ज होने पर यह 250 किलोमीटर तक का सफर तय करेंगी. मिली जानकारी के मुताबिक बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने आठ इलेक्ट्रिक बसों की खरीदारी की है. इन इलेक्ट्रिक बसों की खासियत है कि यह एक घंटा में रिचार्ज हो जाएंगी और बिना रूकावट के ढाई सौ किलोमीटर तक का सफर तय कर सकेंगी.
फिलहाल इलेक्ट्रिक बसों को राजधानी पटना से राजगीर होते हुए बिहारशरीफ और पटना से हाजीपुर होते हुए मुजफ्फरपुर तक चलाया जाएगा. अगर यह सफल रहा तो बाकी जिलों को भी इलेक्ट्रिक बस प्रोजेक्ट से जोड़ा जाएगा. इन बसों का किराया सामान्य बसों से कम होगा.

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