Prabhat Times
जालंधरकोरोना संकट ने चारों और हाहाकार मचाई हुई है। रोजाना सामने आ रहे आंकड़े दिल दहला देने वाले हैं। इतनी दहशत के बीच पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी अपनी परवाह न करते हुए लोगों की सेहत संभाल के लिए दिन रात जाग रहे हैं।
बीती रात भी जालंधर में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों की चौकसी के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया। ऑक्सीज़न शार्टेज का पता चलने पर पुलिस अधिकारी सारी रात जागते रहे और  अस्पतालों तक ऑक्सीज़न सप्लाई करवाई।
सर्वविदित है कि इस समय ऑक्सीज़न की शार्टेज चल रही है। हर अस्पताल में ऑक्सीज़न को लिमिटेड स्टॉक है। प्रशासन द्वारा भी ऑक्सीज़न सप्लायर को सख्त हिदायत हैं कि सबसे पहले ऑक्सीज़न अस्पतालों को भेजी जाए।
प्रशासन इस मामले में बेहद गंभीरता और सख्ती से काम कर रहा है। इसके बावजूद बीती रात जालंधर के कई अस्पतालों में अफरा तफरी मच गई। पता चला है कि पठानकोट रोड़ पर स्थित श्रीमन अस्पताल सहित कई अस्पतालों में ऑक्सीज़न का स्टॉक काफी कम हो गया।
वीरवार की आधी रात के समय श्रीमन अस्पताल से पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर को इस बारे में अवगत करवाया गया। इसी बीच पता चला कि शहर के कई और अस्पतालों में ऑक्सीज़न स्टॉक कम है।
इस तथ्य का जब पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर को पता चला तो उन्होने तुरंत डी.सी. घनश्याम थौरी से बात की। साथ ही पुलिस अधिकारियों की टीम को एक्टिव कर रातों रात सप्लाई पूरी करने के आदेश दिए।
सूचना मिलते ही ए.डी.सी.पी. जगजीत सरोआ, ए.सी.पी. सुखदेव सिंह सहित कई पुलिस अधिकारी रात 12 बजे फील्ड में आ गए। अधिकारियों द्वारा ऑक्सीज़न सप्लायर से बात की तथा तुरंत अस्पतालों तक ऑक्सीज़न सिलेंडर भिजवाए। अस्पतालों में ऑक्सीज़न आपूर्ति हो जाने की सूचना के पश्चात पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने राहत की सांस ली।

अस्पतालों में अब पूरा स्टॉक-एडीसीपी जगजीत सरोआ

इस संबंधी संपर्क करने पर ए.डी.सी.पी. जगजीत सरोआ ने बताया कि रात ऑक्सीज़न स्टॉक कम होने के बारे श्रीमन समेत कई अस्पतालों से सूचना मिली। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर के निर्देशों पर ऑक्सीज़न सप्लायर से बात करके रातों रात लगभग 20-25 अस्पतालों तक रिकावयरमैंट के मुताबिक ऑक्सीज़न सिलैंडर भिजवाए गए।
ए.डी.सी.पी. जगजीत सरोआ ने बताया कि अब सभी अस्पताल में ऑक्सीज़न स्टॉक उपलब्ध है। फिर भी पुलिस व प्रशासन द्वारा लगातार स्थिति पर नज़र रखे हुए है। किसी भी अस्पताल में ऑक्सीज़न सप्लाई में कमी नहीं आने दी जाएगी।
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