Prabhat Times
नई दिल्ली। (add more beds in hospitals prepare writes to states as omicron cases rise) कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केंद्र सरकार (Central Government) ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को खत लिखा है. इस खत में कहा गया है कि अस्पतालों में बेड्स (Hospital Beds) की संख्या बढ़ाई जाए और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के स्टॉक (Health Infrastructure Stock) की तुरंत समीक्षा की जाए. इसके अलावा राज्यों से ऑक्सीजन की उपलब्धता भी चेक करने को कहा गया है. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने अपने खत में लिखा है कि दुनिया में इस वक्त कोरोना मामलों में सबसे तेज उछाल देखने को मिल रहा है.
केंद्र ने राज्य सरकारों से अस्थाई अस्पतालों की संख्या बढ़ाने को कहा है. कोरोना के हल्के लक्षणों वाले मरीजों के लिए होटलों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. इससे पहले की लहरों में भी ऐसे कदम उठाए जा चुके हैं.

24 घंटों में कोविड-19 के 22,775 मामले सामने आए

गौरतलब है कि भारत में बीते 24 घंटों में कोविड-19 के 22,775 मामले सामने आए हैं. जबकि इस महामारी से 406 लोगों की मौत हुई है. इससे कोविड-19 से होने वाली मौतों की कुल संख्या 4,81,486 हो गई है. कोरोना के कुल एक्टिव मामले भी बढ़कर 1,04,781 हो चुके हैं.
यह संक्रमण के कुल मामलों का 0.30% हिस्सा है. इस बीच ओमिक्रॉन संक्रमण के मामलों का आंकड़ा 1,431 तक पहुंच गया है. इनमें 488 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं. देश के कुल 23 राज्यों तक ओमिक्रॉन संक्रमण पहुंच चुका है.

दिल्ली, मुंबई में रफ्तार तेज

दिल्ली में कोरोना ने अपनी रफ्तार बहुत तेज़ कर ली है. यहां पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,716 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इसी हफ्ते के अंदर, दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट कई गुना बढ़ गया है. अब दिल्ली की सकारात्मकता दर 3.64% पर पहुंच चुकी है. आपको बता दें कि कल दिल्ली का पॉजिटिविटी रेट 2.44% था.
मायानगरी मुंबई में कोरोना के सारे रिकॉर्ड टूटते जा रहे हैं. पिछले 24 घंटे में मुंबई में कोरोना के 6347 नए मामले सामने आए हैं. एक शख्स ने अपनी जान भी गंवा दी है. जिस स्पीड से महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में मामले बढ़ने लगे हैं, प्रशासन की चिंता काफी ज्यादा बढ़ गई है. राज्य सरकार के एक मंत्री का बयान भी आ चुका है कि आने वाले दिनों में लॉकडाउन पर भी विचार किया जा सकता है.
अभी के लिए मुंबई में 10 कंटेनमेंट जोन हैं और 157 बिल्डिंग को सील किया जा चुका है. जिस स्पीड से मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए कंटेनमेंट जोन भी बढ़ती जाएंगी और कई और बिल्डिंग भी बंद की जा सकती हैं. इस समय मुंबई में 22,334 एक्टिव मरीज हैं. राहत की बात ये है कि ज्यादातर मरीजों में अभी गंभीर लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं, ऐसे में हॉस्पिटलाइजेशन ज्यादा नहीं बढ़ा है.
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