Prabhat Times
नई दिल्ली। एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने देश में कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए पिछले साल जैसा सख्त और संपूर्ण लॉकडाउन (Lockdown) लगाने की मांग की है. गुलेरिया ने कहा कि जिन इलाकों में 10 प्रतिशत से ज्यादा कोरोना संक्रमण है, वहां सख्त लॉकडाउन लगाने की जरूरत है.
उधर, भारत में कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 3689 लोगों की मौत हो गई है। इसी अवधि में तीन लाख 92 हजार 488 नए मामले भी सामने आए हैं। मृत्यु का ये आंकड़ा अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा है।
डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि देश कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर में फंस गया है और वायरस तेजी के साथ फैल रहा है और उसकी रफ्तार भयावह है. उन्होंने कहा कि पंजाब, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा और अन्य राज्यों द्वारा नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन लगाने जैसे प्रावधान दूसरी लहर को रोक पाने में अप्रभावी साबित हुए हैं.
डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि वायरस संक्रमण के चलते स्वास्थ्य व्यवस्था पर काफी दबाव है और मानव संसाधन पर उसकी क्षमता से ज्यादा बोझ है. ऐसा क्यों हो रहा है? के सवाल पर उन्होंने कहा कि संक्रमण के मामले कम नहीं हो रहे हैं. ऐसे में संक्रमण के मामलों को कम करने के लिए हमें आक्रामक तरीके से काम करने की जरूरत है. या तो आक्रामक कंटेनमेंट किया जाए या फिर लॉकडाउन… या कुछ भी किया जाए. ये बहुत जरूरी हो गया है.
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को राजधानी में लॉकडाउन एक हफ्ते के लिए और बढ़ा दिया. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में संक्रमण की दर 30 फीसदी से ज्यादा है. ये दूसरी बार है, जब एम्स डायरेक्टर ने सख्त लॉकडाउन की मांग की है.
गुलेरिया ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “हमें लगा कि वैक्सीन आ रही और संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं. लिहाजा लोग वायरस के प्रति लापरवाह हो गए. लेकिन कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से संक्रमण के लिए यह मायने नहीं रखता है.
वायरस म्यूटेट कर सकता है और भारत जैसे देश में जंगल में आग की तरह फैल सकता है.” उन्होंने कहा कि हर्ड इम्युनिटी की उम्मीद करना बेमानी है. अगर वायरस म्यूटेट करेगा तो हर्ड इम्युनिटी का कोई मतलब नहीं है.
उन्होंने कहा कि हर दिन बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले आ रहे हैं. अस्पतालों के पास समय ही नहीं है कि वे नए मरीज के लिए बेड तैयार कर पाएं और डॉक्टरों के पास समय नहीं है कि वे मरीज का इलाज कर पाएं.

देश में 24 घण्टे में हुई सर्वाधिक मौतें

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार सुबह इसकी जानकारी दी गई। देश में एक दिन में कोरोना से हुई ये सबसे अधिक मौतें हैं। वहीं इसी अवधि में तीन लाख 92 हजार 488 नए मामले भी सामने आए हैं।
इससे पहले शनिवार को दिए गए अपडेट में 24 घंटे में 4 लाख से अधिक मामले सामने आए थे। ताजा अपडेट के बाद अब देश में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 2 लाख 15 हजार 542 हो गई है। वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 33 लाख 49 हजार 644 हो चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पिछले 24 घंटे में 3 लाख 7 हजार 865 लोग डिस्चार्ज भी किए गए हैं। इसी के साथ कोरोना से ठीक होने वालों की कुल संख्या 1 करोड़ 59 लाख 92 हजार 271 हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि पिछले साल से अब तक देश में कुल 1 करोड़ 95 लाख 57 हजार 457 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। वहीं 15 करोड़ 68 लाख 16 हजार 31 लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई है।
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