Prabhat Times 
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। आलम ये है कि देश में कोरोना संक्रमितों का आंकडा़ 32 लाख के पार पहुंच चुका है। जबकि, 60 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
इसी बीच दिल्ली स्थित AIIMS के विशेषज्ञों ने इस महामारी को लेकर बड़ा दावा किया है। विशेषज्ञों काकहना है कि यह वायरस न केवल फेफड़े को बल्कि मरीज के सभी अंगों को प्रभावित कर सकता है। इस खुलासे ने सरकार से लेकर प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है।

AIIMS विशेषज्ञों का नया खुलासा

AIIMS के विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी केवल फेफड़े को प्रभावित नहीं करता, बल्कि बॉडी के सभी अंगों को यह प्रभावित करता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इसके प्रारंभिक लक्षण छाती की शिकायत से बिल्कुल हटकर हो सकता है।

बताया जा रहा है कि एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ( AIIMS Director Randeep Guleria ), स्नायु विभाग के प्रमुख डॉ एम वी पद्मा श्रीवास्तव, हृदय चिकित्सा विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. अंबुज राय, मेडिसीन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल समेत संस्थान के विशेषज्ञों ने नीति आयोग के साथ एक बैठक की।
इस बैठक में कोरोना वायरस से फेफड़े पर होने वाले जटिलताओं पर चर्चा की गई। एम्स निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अभी तक हमने कोरोना वायरस (COVID-19) को लेकर काफी अध्यन किए हैं। इससे पता चला है कि यह फेफड़े पर अपना प्रभाव दिखाता है।
लेकिन, बॉडी के अन्य हिस्सों में भी यह मौजूद रहता है। उन्होंने कहा कि यह खतरनाक वायरस एसीई 2 रसेप्टर से हमारी बॉ़डी में एंट्री करता है, जिसके कारण सांस नली और फेफड़े में वह काफी मात्रा में रहता है। लेकिन, अन्य अंगों पर यह असर डालता और अंगों को प्रभावित करता है।

नए खुलासे से बढ़ी चिंता

AIIMS निदेशक ने कहा कि हमारे पास कई ऐसे कोरोना के केस आए हैं, जिनमें मरीजों को फेफड़े की कम बल्कि दूसरे अंगों की परेशानी ज्यादा रहती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कई ऐसे मरीज सामने आए हैं, जो बिना लक्षण या फिर कम लक्षण वाले थे। लेकिन, उनमें फेफड़े की नहीं बल्कि कई अन्य परेशानियां थी। इस नए खुलासे से सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।