Prabhat Times
लखनऊ/प्रयागराज। (Akhara Parishad Chief Mahant Narendra Giri Death) अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद पूछताछ का सिलसिला लगातार जारी है. महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से तलाशी के दौरान एक सुसाइड नोट बरामद हुआ जिसके बाद 3 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है. इस बीच महंत गिरि के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सुबह प्रयागराज जाएंगे.
मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ आज सुबह 8.30 बजे प्रयागराज जाएंगे और महंत के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करेंगे. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने आज उन्नाव में अपने कार्यक्रम को रद्द कर दिया है और महंत नरेंद्र गिरि की अंत्येष्टि में सम्मिलित होने के लिए प्रयागराज पहुंचेंगे. उन्होंने बुधवार (22 सितंबर) को चित्रकूट के सरकारी कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया है. इनके अलावा अन्य नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया.

FIR दर्ज, हिरासत में तीन लोग

इस बीच जांच में जुटी प्रयागराज पुलिस ने प्रसिद्ध लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी और उनके बेटे को हिरासत में ले लिया है. इस केस में अब तक 3 लोगों को हिरासत में लिया जा चुका है. फिलहाल प्रयागराज के जार्ज टाउन थाने में इस संबंध में एफआईआर दर्ज की गई है. आईपीसी 306 के तहत यह एफआईआर दर्ज की गई है. आनंद गिरि के खिलाफ एफआईआर नामजद की गई. उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला है.

CBI जांच की उठी मांग

इस बीच अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले की जांच सीबीआई की मांग की है और कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच हो. एडीजी प्रयागराज प्रेम प्रकाश के हवाले से पूरे मामले पर कहा कि हम अभी बयान दर्ज कर रहे हैं. फील्ड यूनिट फोरेंसिक साक्ष्य जुटा रही है. शव को मंगलवार को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा. हम निष्कर्षों के आधार पर कार्रवाई करेंगे. महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. यूपी एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि आनंद गिरि को उत्तराखंड पुलिस की मदद से हरिद्वार से हिरासत में लिया गया है. आनंद गिरि को यूपी पुलिस के 10 जवानों की एक टीम प्रयागराज ला रही है.
हिरासत में लिए जाने से पहले आनंद गिरि ने कहा था, ”गुरु जी उस तरह के व्यक्ति नहीं थे जो खुदकुशी कर लें, उन्हें पैसों को लेकर प्रताड़ित किया गया. यह मेरे खिलाफ बहुत बड़ी साजिश है. निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.” उन्होंने कहा कि ”वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, भू माफिया इस साजिश में शामिल हैं. मैं जांच में पुलिस का सहयोग करूंगा. गुरु जी को मेरे खिलाफ भड़काया गया था. अगर मैं दोषी हूं, तो मैं सजा भुगतने के लिए तैयार हूं.”
महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद हर ओर शोक की लहर दौड़ गई. राजनीतिक हलकों में मौत पर संवेदनाएं व्यक्त की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देशभर के दिग्गज नेताओं ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी महंत नरेंद्र गिरि के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए इसे आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया.

सुसाइड नोट में उनके एक शिष्य का जिक्र

इससे पहले महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से तलाशी के दौरान एक सुसाइड नोट बरामद हुआ. सुसाइड नोट में उनके एक शिष्य का जिक्र किया गया था, जिसने महंत को मानसिक तौर पर खासा परेशान किया था. पुलिस अब उनके शिष्य आनंद गिरि को लेकर जांच में जुट गई है. इसी के चलते हरिद्वार में आनंद गिरि को हिरासत में भी लिया गया. फिर इसके बाद प्रयागराज पुलिस ने प्रसिद्ध लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी और उनके बेटे को भी हिरासत में ले लिया है. आद्या तिवारी लेटे हनुमान जी के मुख्य पुजारी हैं और संदीप तिवारी उनके बेटे हैं.

नाईलोन की रस्सी के फंदे पर लटकती मिली लाश

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की लाश सोमवार शाम को बाघंबरी मठ में उनके कमरे में नाईलोन की रस्सी के फंदे पर लटकती मिली थी. पुलिस का कहना है कि वहां चारों तरफ से दरवाजे बंद थे. कमरे का मुख्य दरवाजा भी अंदर से बंद था. फिलहाल पुलिस ने शुरुआती जांच के आधार पर खुदकुशी करार दिया है. पुलिस ने जांच के लिए मौके पर फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया है. अब वहां से सुराग और सबूत जुटाए जा रहे हैं. 

ये भी पढ़ें