जालंधर (ब्यूरो): अरो़ड़ा महासभा पंजाब में चल रही अंर्तकलह आज सामने आ गई। अरोड़ा महासभा (पंजीकृत) के प्रदेश उपाध्यक्ष तथा संस्थापक सदस्य राकेश अरोड़ा, जालंधर के प्रधान मुनीश बजाज समेत 10 पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है।

अचानक एक साथ प्रमुख व सक्रिय सदस्यों द्वारा इस्तीफा दिए जाने के कारण अरोड़ा बिरादरी में हड़कंप मच गया है। संयुक्त इस्तीफे संबंधी लिखे गए पत्र के बारे में जानकारी देते हुए राकेश अरोड़ा ने बताया कि पंजाब के अध्यक्ष कुलतार सिंह जोगी को इस्तीफे लिखित भेज दिया गया है।

अंसुतष्ट नेता राकेश अरोड़ा मुनीष बजाज ने पत्र के बारे में बताया कि 29 मई को दीवान अमित अरोड़ा के निवास पर हुई मीटिंग में मुनीश बजाज का इस्तीफा अस्वीकार करते हुए समस्याओं का निर्धारित समयावधि में समाधान करने का आस्वासन दिया गया था।

लेकिन बार बार निर्धारित समयावधि पर प्रदेश पदाधिकारियों से बातचीत की गई, लेकिन किसी ने संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। उक्त पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि महासभा प्रदेश नेतृत्व द्वारा मामला सुलझाने की बजाए उलझाने की कोशिश की गई।

राकेश अरोड़ा तथा मुनीश बजाज ने बताया कि प्रदेश नेतृत्व की गल्त नीतियों, असहयोगपूर्रण रवैये तथा तनावजनक माहौल के कारण उनके समेत 10 पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है।साथ ही ऐलान किया गया है कि अब अरोड़ा महासभा (पंजीकृत) के साथ तथा उनकी गतिविधयों के साथ उनका कोई संबंध नहीं है।

इस्तीफा देने वालों में उपाध्यक्ष राकेश अरोड़ा के साथ जालंधर के अध्यक्ष मुनीश बजाज, जालंधर युवा ईकाई के अध्यक्ष अतुल अरोड़ा, महासिचव दविंदर अरोड़ा, संगठन सचिव व संस्थापक सदस्य प्रदीप अरोड़ा, कैशियर सुमित मुखीजा, सचिव विनोद अरोड़ा, दिनेश गाबा, कार्यकारिणी सदस्य संदीप बजाज, राजेन्द्र अरोड़ा शामिल हैं।

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