नई दिल्ली (ब्यूरो): बांग्लादेश के डॉक्टरों ने दावा किया है कि उन्होंने कई दवाओं के कॉम्बिनेशन से कोरोना वायरस के इलाज के लिए प्रभावी दवा की खोज की है। टीम ने कहा कि उन्होंने कॉम्बिनेशन से बनी दवा से कोरोना वायरस संक्रमित कई मरीजों को ठीक भी किया है। बता दें कि दुनिया के कई देशों में इस वायरस के प्रभावी दवा की खोज के लिए शोध चल रहा है।

60 मरीजों के ठीक होने का दावा

बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के डॉक्टर मोहम्मद तारिक आलम ने बताया कि इस दवा से कोरोना वायरस के 60 मरीज ठीक हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दो दवाओं के मिश्रण से बनी इस नई दवा का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है।

दो दवाओं से चमत्कारी मिश्रण तैयार

बांग्लादेश के प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ तारिक आलम ने बताया कि अक्सर प्रयोग होने वाली एंटीप्रोटोज़ोअल मेडिसिन इवरमेक्टिन के साथ एंटीबॉयोटिक मेडिसिन डॉक्सीसाइक्लिन को कोरोना संक्रमित रोगियों को दिया गया। जिसका चमत्कारी परिणाम देखने को मिला। उन्होंने ने यह भी कहा कि मेरी टीम कोरोनोवायरस रोगियों के लिए केवल दो दवाओं को निर्धारित कर रही थी। इनमें से अधिकतर मरीजों को सांस संबंधी दिक्कतें थी।4 दिनों में ठीक हो रहे मरीज

उन्होंने दावा किया कि हम मरीजों को पहले कोरोना वायरस की जांच के लिए कहते हैं। जब उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है तब हम इस दवा को देते हैं। उन्होंने दावा किया कि इस दवा के प्रभाव से मरीज 4 दिनों में ही संक्रमण मुक्त हो जा रहे हैं।

पेटेंट कराने के लिए कर रहे काम

डॉ आलम ने कहा कि चार दिनों बाद हम फिर मरीजों की कोरोना जांच करते हैं जिनमें सभी के परिणाम निगेटिव आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस दवा का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है। डॉ आलम ने कहा कि हम दवाओं के मिश्रण की सफलता को लेकर 100 फीसदी आश्वस्त हैं। वे बांग्लादेश के अधिकारियों के साथ मिलकर इस दवा के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट के लिए काम कर रहे हैं।

रिसर्च पेपर प्रकाशन की तैयारी

डॉ तारिक आलम ने कहा कि उनकी टीम एक अंतरराष्ट्रीय पत्रिका के लिए दवा के विकास पर एक पेपर तैयार कर रही है। यह पेपर दवा की वैज्ञानिक समीक्षा और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एकनॉलेजमेंट के लिए आवश्यक है। बता दें कि बांग्लादेश में अब तक कोरोनावायरस के 21 हज़ार से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं 314 लोगों की मौत हो चुकी है।