Prabhat Times

प्रीत सूजी

जालंधर: सिद्धांतों व असूलों का दम भरने वाली भारतीय जनता पार्टी में लंबे अर्से से चल रहे कथित ‘परिवारवाद’ को लेकर सुलग रही चिंगारी अब भड़कने लगी है। पता चला है कि पंजाब में वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा की गई व्यवस्था के खिलाफ अब टक्साली भाजपाई एकत्र होने लगे हैं। बीते दिन जालंधर में टक्साली भाजपाईयों की एक बैठक हुई है। बैठक में स्पष्ट कहा गया है कि सभी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं, लेकिन पिछले अर्से से चल रहे परिवारवाद तथा अब की गई नई व्यवस्था के कारण पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जाना अब सहन नहीं होगा।जानकारी के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी जालंधर के पंजाब कार्यकारिणी सदस्य रवि महेन्द्रू, कीमती भगत, सुभाष भगत, राजेन्द्र खरबंदा, विपन शर्मा गोल्डी, वरिन्द्र अरोड़ा, पूर्वअध्यक्ष रमेश शर्मा, पंजाब के प्रवक्ता वसीम राजा गुड्डु, सुदर्शन मोंगिया, दीपक जौड़ा, इंद्र प्रकाश अरोड़ा, धर्मपाल, सुरिन्द्र भगत, विक्की भगत द्वारा बैठक की गई।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में भाजपा की चल रही गतिविधियों पर गहन विचार किया गया। सूत्रों ने बताया कि पूर्व मंत्री मनोरंजन कालिया, पूर्व विधायक के.डी. भंडारी, मोहिन्द्र भगत को लेकर खूब चर्चा रही।

बैठक में यहां तक कहा गया कि ये सभी नेता लगातार कई दशकों से चुनाव लड़ रहे हैं। चाहे हारें चाहे जीते, भाजपा जालंधर की कमान इनके ही हाथ में रहती है।

यही कारण है कि हमेशा इन नेताओं के सम्पर्क में रहने वाले कार्यकर्ताओं को ही पार्टी के हर एक कार्यक्रम में प्रथम पंक्ति में खड़ा किया जाता है। चाहे फैसला नगर निगम चुनावों में प्रत्याशियों का हो या फिर पार्टी में पदों का। हर बार वही लोग पार्टी में आगे रहते हैं।

आलाकमान तक नहीं पहुंचती कार्यकर्ताओँ की आवाज

बैठक में इस बात पर भी चिंता जाहिर की गई कि पिछले लंबे अर्से से ऐसी व्यवस्था चलने के कारण जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं की आवाज आलाकमान तक नहीं पहुंच पाती। ऐसा नहीं कि आलाकमान द्वारा समय समय पर वरिष्ठ नेताओं को भेज कर सर्वे नहीं करवाए जाते। संगठनात्मक चुनाव हो या नगर निगम या फिर विधानसभा के चुनाव। पार्टी द्वारा हर समय सर्वे करवाए जाते हैं। लेकिन अहम बात ये है कि पार्टी के पदाधिकारी इन्ही नेताओं के सम्पर्क में होने के कारण सर्वे एक तरफा ही रह जाता है। उन तक या अन्य कार्यकर्ताओं की आवाज सर्वे के ज़रिए वरिष्ठ नेताओं तक नहीं पहुंच पाती।

बैठक में मौजूद नेताओं ने स्पष्ट किया कि वे अपने स्तर पर शहर में दरकिनार किए गए कार्यकर्ताओं से समय-समय पर मिलेंगे। ताकि सभी की आवाज पार्टी हाईकमान तक पहुंचाई जा सके। उन सभी कोशिश यही है कि पार्टी में चल रही इस व्यवस्था में संशोधन करवाया जाए, ताकि हर कार्यकर्त्ता को पार्टी में बनती रिस्पैक्ट मिल सके।