Prabhat Times
जालंधर। ऑक्सीज़न (Oxygen) की काला बाजारी में फंसे जालंधर के फेयरडील एजैंसीज़ (Fair Deal) के मालिक अश्वनी गोयल (Ashwani Goel) की मुसीबतें कम होती नज़र नहीं आ रही है। पुलिस कार्रवाई के बाद अब के खिलाफ भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के उप-प्रधान एडवोकेट अशोक सरीन हिक्की (Ashok Sareen) ने कंपनी मालिकों पर मानवता का कत्ल करने का आरोप लगाते हुए मोर्चा खोल दिया है।
अशोक सरीन का आरोप है कि पुलिस ने कालाबाजारी से संबंधी केस तो दर्ज किया, लेकिन फेयरडील एजैंसीज़ के अश्वनी गोयल द्वारा किसी और अस्पताल के नाम पर काटे गए फर्जी बिल संबंधी कोई कार्रवाई नहीं की।
एडवोकेट अशोक सरीन ने इस संबंध में कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए चीफ जस्टिस, मुख्य सचिव पंजाब, एक्साईज़ एडं टेक्सेशन कमिशनर पंजाब, स्वास्थ्य विभाग के प्रिंसीपल सचिव तथा पंजाब मानवाधिकार आयोग को लिखित शिकायत भेजी है।
शिकायत भेजने संबंधी बातचीत करते हुए भाजयुमो नेता अशोक सरीन ने कहा कि बीते दिन जालंधर में बड़े सफेदपोश फेयरडील एजैंसीज़, नेहरू गार्डन के मालिक अश्वनी गोयल को पुलिस ने हिरासत में लिया गया।
फेयरडील एजैंसीज़ में हो रही ऑक्सीज़न सिलेंडर की कालाबाजारी का स्टिंग करने के पश्चात पुलिस ने केस तो दर्ज किया, लेकिन एजैंसी में हो रही अन्य धांधलियों को नज़रअंदाज़ कर दिया गया।
अशोक सरीन ने कहा कि इस समय देश में कोरोना महामारी फैली हुई है। हर वर्ग चिंतित है। लोग एक दूसरे की जान बचाने के लिए आगे आ रहे हैं। लेकिन अश्वनी गोयल जैसे सफेदपोश आज भी बेबस लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए अपनी तिजोरियां भर रहे हैं और मानवता का कत्ल कर रहे हैं।
अशोक सरीन ने कहा कि ये मुद्दा हर एक परिवार के साथ जुड़ा हुआ है। स्टिंग में सरेआम धांधली सामने आने के बावजूद पुलिस ने दबाव में काम किया। सरीन ने कहा कि स्टिंग में ही स्पष्ट है कि बिल किसी और अस्पताल के नाम काटा गया। इससे स्पष्ट होता हैकि फेयरडील एजैंसीज़ में कालाबाजारी के साथ साथ टेक्स चोरी भी बड़े पैमाने पर हो रही है।
अशोक सरीन ने शिकायत भेज कर पंजाब सरकार से मांग की है कि अपनी तिजोरियां भरने के लिए मानवता का कत्ल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो साथ ही टेक्स चोरी का भी केस दर्ज किया जाए। सरीन ने बताया कि इस शिकायत की एक कापी कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री, वित्त मंत्री, जी.एस.टी. प्रमुख को भेजी हैं।
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