Prabhat Times
नई दिल्ली। बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में लगे स्टूडेंट्स के लिए राहत भरी खबर है. कम से कम जनवरी और फरवरी 2021 में तो बोर्ड एग्जाम नहीं होंगे. केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार 22 दिसम्बर को इसकी घोषणा की.
निशंक ने कहा कि जनवरी और फरवरी में किसी बोर्ड की परीक्षा नहीं होगी. बोर्ड परीक्षाओं को लेकर फैसला बाद में किया जाएगा. देशभर के शिक्षकों के साथ सीधा संवाद करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने यह घोषणा की.
निशंक पहले भी कह चुके हैं कि स्टूडेंट्स को बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा. उन्होंने 10 दिसंबर को कहा था कि परीक्षाएं मार्च में ही आयोजित कराने की कोई अनिवार्यता नहीं है.

छात्रों को तैयारी के लिए पूरा समय मिलेगा- मंत्री

अभिभावकों ने बोर्ड की परीक्षाएं मई महीने के दौरान कराने की मांग की है. इसी महीने, निशंक ने कहा था कि, छात्रों को परीक्षा के नए पैटर्न के आधार पर तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा.
परीक्षा मार्च महीने में आयोजित कराने की कोई अनिवार्यता नहीं है. कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखकर ही परीक्षा की तिथियां तय की जाएंगी.
प्रैक्टिकल भी किसी भी एंट्रेस एग्जाम की तारीख पर नहीं होंगे. निशंक ने कहा था कि साल 2021 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए सीबीएसई ने 30 फीसदी सिलेबस को कम किया है. मार्कशीट से फेल शब्द को हटा दिया गया है, अब कोई फेल नहीं होगा.

ऑफलाइन ही होंगे CBSE के एग्जाम

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई की परीक्षाएं ऑनलाइन नहीं होंगी. 2021 में होने वाली यह परीक्षा छात्रों को पहले की तरह कागज-पेन से ही देनी होगी.
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि बोर्ड परीक्षाओं को ऑनलाइन करवाने का कोई प्रस्ताव ही नहीं है. ये परीक्षाएं बीते वर्षों की तरह सामान्य लिखित रूप में ली जाएंगी. हालांकि इसकी डेट अभी तय नहीं हुई है.

वर्चुअल तरीके से चल रही हैं क्लासेज

बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन को लेकर छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के बीच तमाम तरह की चर्चाएं हो रही है.
अबतक कोविड के चलते देशभर के स्कूल कॉलेज पूरी तरह से नहीं खोले जा सके हैं. बोर्ड परीक्षाओं के रजिस्ट्रेशन से लेकर कक्षा संचालन तक सारे कार्य वर्चुअल या ऑनलाइन तरीके से संचालित हो रहे हैं.

कोविड के बीच एग्जाम को लेकर मंत्री का संवाद

कोविड महामारी के बीच समय पर परीक्षाओं के संचालन के लिए सरकार ने पहल की थी. केंद्रीय शिक्षा मंत्री का प्लान था कि एग्जाम से पहले छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के साथ त्रिस्तरीय संवाद हो.
निशंक तीन अलग अलग तिथियों पर छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों के साथ वेबिनार के जरिए सीधे संवाद कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें