Prabhat Times
जालंधर। (Covid Bulletin 16 April Punjab) पंजाब सरकार की तमाम पाबदीयों और सख्ती के बावजूद कोरोना अनलाक हो चुका है। कुछ दिन पहले तक रोजाना 3 हज़ार पॉज़िटिव केस आने पर सरकार ने दावा किया था कि कोरोना संक्रमण खत्म नहीं हुआ लेकिन रोक लिया गया है। लेकिन अचानक ही पिछले दो तीन दिनो में पंजाब के हॉट-स्पाट जिलों में कोरोना के जब्रदस्त धमाके हो रहे हैं।
बीते दिन मोहाली में 860 मरीज़ों के पॉजिटिव आने के पश्चात आज भी मोहाली में सहम बरकरार रहा। मोहाली पंजाब का हॉट स्पाट जिला बन चुका है। जानकारी के मुताबिक मोहाली में पॉज़िटिविटी दर 16.63 दर्ज की गई है।
हालात ऐसे हैं कि जालंधर, लुधियाना के बाद अब पंजाब के मोहाली, पटियाला, अमृतसर जिला भी हॉट स्पाट जिला बनने की और हैं। मोहाली में हालात ज्यादा खराब बताए जा रहे हैं।

पंजाब में 3915 मरीज़ पॉजिटिव, 51 की मौत

पंजाब मे आज 3915 मरीज़ों की रिपोर्ट पॉज़िटिव है तथा 51 मरीज़ों की मृत्यु हुई है। सबसे ज्यादा मृत्यु का आंकड़ा अमृतसर में हुआ है। अमृतसर में 7 मरीज़ो की मृत्यु दर्ज की गई है।
पंजाब सरकार द्वारा जारी कोविड बुलेटिन में पंजाब के लुधियाना में 598,, जालंधर में 405, एस.ए.एस. नगर (मोहाली) में 560, पटियाला में 378, अमृतसर में 412, होशियारपुर में 225, बठिंडा में 266, गुरदासपुर में 150, कपूरथला में 108, शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) में 38, पठानकोट में 106, संगरूर में 86, फिरोज़पुर ेमं 45, रोपड़ में 101, फाज़िल्का में 77, मुक्तसर में 73, फतेहगढ़ साहिब में 30, तरनतारन में 22, मोगा में 65, मानसा में 76, बरनाला में 27 मरीज़ों की कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव है।

मोहाली प्रशासन ने की ये तैयारी

कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए मोहाली जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। कोविड मरीजों को अति आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए सात नामी प्राइवेट अस्पतालों में पचास फीसदी बेड आरक्षित कर दिए हैं।
जिले में कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की कोई कमी नहीं है। लोगों को किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है। शादी, संसकार, भोग में भी 20 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकेंगे। डीसी गिरीश दियालन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।
मोहाली में कोरोना के करीब पांच हजार सक्रिय मरीज हैं। अब तक 487 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में जिला प्रशासन महामारी से निपटने के लिए रणनीति से जुटा हुआ है। इससे पहले प्रशासन की तरफ से सारे प्राइवेट अस्पतालों को आदेश दिया था कि वह अपने यहां पर इलेक्टिव सर्जरी को टाल दे।
साथ ही कोविड मरीजों के इलाज पर फोकस करे। इतना ही अस्पतालों को यह भी आदेश दिए गए थे कि कोविड के मरीजों से अधिक पैसे न वसूले जाए। सेहत विभाग के अधिकारियों को इस बात पर नजर रखने के लिए कहा था।

कोविड मरीजों के इलाज से इनकार नहीं कर पाएंगे अस्पताल

जानकारी के मुताबिक जिन सात अस्पतालों में पचास फीसदी बिस्तर आरक्षित किए गए हैं। उनमें कोविड मरीजों के लिए अति आधुनिक सुविधाओं वाली एंबुलेंस व अन्य इंतजाम भी हैं।
डीसी ने अपने आदेश में कहा है कि जो भी कोविड मरीज सिविल सर्जन की तरफ से प्राइवेट अस्पतालों में रैफर किए जाएंगे, उनके इलाज के लिए वे इनकार नहीं करेंगे। इसके अलावा उक्त अस्पतालों में सारा स्टाफ मौजूद रहना चाहिए। वहीं, जो अस्पताल नियमों को पालन नहीं करेंगे। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

पंजाब सरकार ने किया एलर्ट

पंजाब सरकार द्वारा बढ़ते कोरोना के मामलों को लेकर लगातार एहतियात बरतने के लिए चेताया जा रहा है। लेकिन लोगों की लापरवाही इस कोरोना संक्रमण के जानलेवा साबित होने में सबसे बड़ा कारण मानी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अगर अब भी लोगों ने सावधानी न बरती और नियमों का पालन न किया तो हालात और खराब होंगे। स्वास्थ्य विभाग व पंजाब सरकार द्वारा लोगों से नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की है।
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