Prabhat Times
नई दिल्ली। सीबीएसई (CBSE) 10वीं की परीक्षा देने जा रहे देशभर के करीब 21.5 लाख छात्रों और उनके अभ‍िभावकों ने आज चैन की सांस ली होगी. लेकिन इस बीच लोगों के मन में बहुत से सवाल उठ रहे हैं कि आख‍िर बोर्ड छात्रों को किस तरह प्रमोट करेगा.
क्‍या सिर्फ प्रमोशन के नाम पर सिर्फ उन्‍हें 11वीं में पढ़ने की अनुमत‍ि मिल जाएगी या बोर्ड की ओर से इवैल्‍यूवेशन की कोई अलग व्‍यवस्‍था की गई है.
अगर इस इवैल्‍यूएशन से छात्र संतुष्‍ट न हों तो उनके पास क्‍या-क्‍या विकल्‍प होंगे. सीबीएसई ने छात्रों के इन सभी सवालों के जवाब दिए हैं.
सीबीएसई बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डॉ संयम भारद्वाज की ओर से जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि दसवीं कक्षा का रिजल्‍ट बोर्ड की ओर से विकसित किए गए ऑब्‍जेक्‍ट‍िव क्राइटेरिया के आधार पर तैयार क‍िया जाएगा.
अगर कोई छात्र इस प्रोसेस से दिए गए अपने नंबरों से संतुष्‍ट नहीं होता है तो उसे एग्‍जाम में हिस्‍सा लेने का भी अवसर दिया जाएगा. लेकिन ऐसा इसी शर्त पर होगा जब देश के हालात परीक्षा आयोजित कराने के अनुकूल हो जाएंगे.

पढ़ें: सीबीएसई का पूरा नोटिफिकेशन

ये हो सकता है रिजल्ट तैयार करने का फॉर्मूला

आपको बता दें कि दसवीं की छात्रों को अगले क्लास में बिना परीक्षा के ही प्रमोट किया जाएगा। ऐसे में छात्रों का मूल्यांकन के लिए शिक्षा मंत्रालय एक फॉर्मूला तैयार करेगा। माना जा रहा है कि पिछले साल की तरह ही इस बार भी उसी फॉर्मूले पर छात्रों को मार्क्स दिए जाएंगे।
पिछले साल कोरोना की वजह से 10वीं और 12वीं के कई पेपर नहीं हो सके थे। 10वीं और 12वीं के कुल 83 विषयों के पेपरों में से 29 मुख्य विषयों की ही परीक्षाएं ली गईं थीं।
शेष 54 विषयों का ग्रेडिंग से मूल्यांकन किया गया था। इनमें इंटरनल असेसमेंट, प्रोजेक्ट वर्क और असाइनमेंट वर्क के आधार पर छात्रों को मार्क्स दिया गया था।
इसके अलावे कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों को भी इंटरनल असेसमेंट, टेस्ट, प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर मूल्यांकन करते हुए पास कर अगली कक्षा में प्रमोट किया गया था। ऐसे में माना जा रहा है कि इसी आधार पर ही इस वर्ष भी इंटरनल असेसमेंट, प्रोजेक्ट वर्क और असाइनमेंट वर्क के आधार पर सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट जारी कर सकती है।
पिछले साल 10वीं के 91.46 फीसदी विद्यार्थी पास हुए थे। हालांकि, मेरिट लिस्ट जारी नहीं की गई थी। साथ ही बोर्ड ने 12वीं और 10वीं दोनों कक्षाओं के टॉपरों का भी ऐलान नहीं किया था।
बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के बीच CBSE की परीक्षाओं को लेकर CBSE 12वीं की परीक्षाओं को टाल दिया गया है, जबकि 10वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा मंत्री और मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें ये फैसला लिया गया है.
आदेश के मुताबिक, 4 मई से 14 जून तक होने वाली 12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है. 1 जून को एक और बैठक होगी, जिसमें तब के हालात को देखते हुए फैसला लिया जाएगा. अगर परीक्षाएं होंगी तो 15 दिन पहले ही छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा.
CBSE 10वीं के पेपर्स जो कि 4 मई से 14 जून तक होने थे, उन्हें पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है. बोर्ड की ओर से छात्रों के परफॉर्मेंस के आधार पर नंबर्स दे दिए जाएंगे. अगर कोई छात्र या छात्रा अपने नंबर्स से खुश नहीं होगा, तो उसे बाद में एग्जाम देने का मौका मिलेगा.
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