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नई दिल्ली। CBSE बोर्ड कक्षा 12वीं की परीक्षा (CBSE Class 12th Board Exam 2021) को लेकर बनी असमंजस की स्थिति खत्म नहीं हो पाई है. सभी राज्यो के साथ हुई बैठक में ये तो लगभग स्पष्ट है कि 12वीं परीक्षाएं होगी। क्योंकि सिर्फ दिल्ली सरकार को छोड़ कर अन्य राज्यो ने परीक्षा करवाने पर सहमति जताई है।
उधर, इसी बीच पता चला है कि केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्यों को कहा गया है कि मीटिंग में हुई चर्चा को लेकर उनके द्वारा दिए गए सुझावों लिखित में भेजा जाए। 30 मई को केंद्र और सी.बी.एस.आई. की मीटिंग होगी। जिस पर परीक्षाओँ की तिथि और पैटर्न को लेकर अंतिम फैसला 1 जून को घोषित किया जाएगा। संभावना है कि परीक्षाएं जून अंतिम या जुलाई के पहले सप्ताह में हो सकती हैं।
12वीं की परीक्षा को लेकर मौजूद असमंजस की स्थिति के बीच यह हाई लेवल बैठक बुलाई गई थी. केंद्र और राज्य सरकारों की संयुक्त बैठक में परीक्षा को लेकर कई पहलुओं पर चर्चा की गई. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बुलाई गई बैठक में केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रकाश जावड़ेकर के अलावा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव समेत कई अधिकारी शामिल हुए थे.
सूत्रों का दावा है कि केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी राज्यों को अपने सुझाव दो दिन में लिखित में भेजने को कहा है। उसके बाद 30 मई तक फैसला किया जा सकता है। बैठक में विभिन्न शिक्षा मंत्रियों ने और अधिकारियों ने अपने विचार रखे। ज्यादातार राज्य परीक्षाओं के सुरक्षित आयोजन के पक्ष में हैं। हालांकि, परीक्षा पैटर्न में बदलाव किए जा सकते हैं। कहा जा रहा है कि परीक्षाओं ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे और संक्षिप्त उत्तरात्मक प्रश्न पूछे जाएंगे। वहीं, 12वीं बोर्ड में भी केवल प्रमुख विषयों की ही परीक्षाएं कराई जाएंगी।बताया जा रहा है कि दिल्ली को छोड़कर सभी राज्य 12वीं की परीक्षा के लिए सहमत थे।

ये हो सकता है पैटर्न

आज हुई हाई लेवल बैठक में लंबी चर्चा हुई है. बताया जा रहा है कि 12वीं की परीक्षा अब्जेक्टिव टाइप पेपर के जरिए होगी. दिल्ली को छोड़कर सभी राज्य 12वीं की परीक्षा के लिए तैयार दिखे हैं, परीक्षा होम सेंटर पर ही आयोजित की जाएगी. पासवर्ड प्रटेक्टेड ई-पेपर सेंटर पर भेजा जाएगा. बैठक में सीबीएसई ने कहा कि वो जून के आख़िरी हफ़्ते में परीक्षा करवा सकते हैं. बैठक के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही डेट का एलान किया जाएगा.

केवल महत्‍वपूर्ण सब्‍जेक्‍ट्स के हो सकते हैं एग्‍जाम

संभव है कि बोर्ड केवल महत्‍वपूर्ण सब्‍जेक्‍ट्स के लिए बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करे. इस प्‍लान के अनुसार परीक्षाएं कम समय में पूरी हो सकेंगी और समय से रिजल्‍ट जारी किया जा सकेगा. लगभग 20 सब्‍जेक्‍ट्स ऐसे हैं जिनके लिए एग्‍जाम आयोजित कराए जा सकते हैं. इसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, इतिहास, राजनीति विज्ञान, बिजनेस स्‍टडीज, अकाउंट्स, भूगोल, अर्थशास्त्र और अंग्रेजी शामिल हैं.

दिल्ली सरकार नहीं है परीक्षाओं के पक्ष में

हालांकि, बैठक के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के बीच परीक्षाओं के आयोजन की जिद को नासमझी बताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के साथ मीटिंग में आज मांग रखी कि परीक्षा से पहले 12वीं के सभी बच्चों के लिए वैक्सीन की व्यवस्था करें।
बच्चों की सुरक्षा से खिलवाड़ कर परीक्षा का आयोजन करवाने की जिद बहुत बड़ी गलती और नासमझी साबित होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से अगर वैक्सीन उपलब्ध करा दी जाए तो राज्य सरकारें 1 सप्ताह में 12वीं के सभी विद्यार्थियों व टीचर्स को वैक्सीन लगवा दें। दिल्ली में तो हम अधिकतम 2 दिन में ही 12वीं के सभी विद्यार्थियों व सभी शिक्षकों को वैक्सीन लगाने का काम पूरा कर लेंगे।

छत्तीसगढ़ में ओपन बुक पद्धति से होंगे 12वीं के एग्ज़ाम

छत्तीसगढ़ बोर्ड ने घोषणा की है कि 12वीं की बोर्ड परीक्षा इस बार ओपन बुक पद्धति (Open Book Method) से होंगी. इसका अर्थ है कि छात्र अपने घर से परीक्षा दे सकेंगे. कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए बोर्ड ने यह फैसला किया है जिससे छात्रों को राहत मिलेगी. परीक्षाओं के लिए प्रश्‍नपत्र 01 जून से बांटे जाएंगे. छात्र 01 जून से 05 जून तक प्रश्न पत्र ले सकेंगे और अगले 5 दिन के अंदर अपनी आंसर शीट जमा करनी होगी.
इसका अर्थ है कि अगर किसी ने 01 जून को प्रश्‍नपत्र लिया है तो उसे 06 जून तक अनिवार्य रूप से आंसर शीट जमा करनी होगी. अगर किसी ने 05 जून को पेपर लिया है तो उसे 10 जून तक आंसर शीट जमा करानी होगी. एग्‍जाम सेंटर पर छात्र खुद जाकर प्रश्‍नपत्र लेंगे और खुद ही जमा करने जाएंगे.
इस दौरान छात्रों को रजिस्टर में साइन भी करना होगा जो इस बात का सबूत होगा कि छात्र खुद उत्तर पुस्तिका जमा करने आया था. डाक या पोस्ट से आंसर शीट भेजे जाने पर स्वीकार नहीं की जाएगी. 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए इस साल करीब 2 लाख 90 हज़ार छात्र रजिस्टर्ड हैं जो अब ओपन-बुक मेथड से अपनी परीक्षा देंगे.

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