Prabhat Times
चंडीगढ़। (CM Orders Comprehensive Enquity into Irregularities in Post Matric Scholarship Scheme) पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम में अनियमितताओं के दोषियों पर शिकंजा कसते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को इसकी गहराई से जाँच के आदेश दिए, जिससे इस घृणित अपराध के दोषियों को पकड़ा जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मेरी सरकार इन अनियमितताओं की पूरी सच्चाई सामने लाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे दोषियों को कानून के मुताबिक सज़ा हो।’’
मुख्यमंत्री ने पंजाब के लोगों को आश्वासन दिया कि पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के अधीन सर्वजनिक पैसों के वितरण में अनियमितताओं और किसी भी तरह की कोताही का पता लगाने के लिए इस मामले की हरेक पक्ष से गहराई के साथ जाँच की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह समाज के पिछड़े वर्गों के विरुद्ध असहनीय अपराध है और इसमें जो भी दोषी पाया गया उसे बख्शा नहीं जाएगा और उसके खि़लाफ़ सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाएगी।
भगवंत मान ने कहा कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के फंडों में हुई अनियमितताओं ने अनुसूचित जातियों के लाखों विद्यार्थियों को मानक उच्च शिक्षा से वंचित कर उनका भविष्य तबाह कर दिया।
मुख्यमंत्री ने इन अनियमितताओं को गरीब वर्ग के विद्यार्थियों के हितों की दिन-दिहाड़े लूट बताते हुए कहा कि उनकी सरकार दोषियों को शरेआम दिन-दहाड़े फिरने देने के लिए हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकती।
उन्होंने दुख ज़ाहिर किया कि दोषियों के खि़लाफ़ कार्यवाही करने की बजाय पिछली अकाली और कांग्रेस सरकारें उन राजनीतिज्ञों और अफसरशाहों का बचाव करती रही, जो इस घृणित काम में शामिल थे।
भगवंत मान ने कहा कि सिफऱ् यही नहीं, बल्कि अकाली, भाजपा और कांग्रेस लीडरशिप ने भी एक-दूसरे के साथ मिलीभुगत कर ली, जिससे इस अपराध को अंजाम देने वालों पर कार्यवाही करने से बचाव किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आम आदमी की सरकार इन पार्टियों के बुरे कामों का पर्दाफाश करेगी, क्योंकि राजनीतिज्ञों और अफसरशाही का गठजोड़ अपने निजी हितों के लिए शैक्षिक संस्थानों पर मेहरबान होता रहा और दूसरी ओर अनुसूचित जातियों के विद्यार्थियों को मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशान किया गया।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इन अनियमितताओं में शामिल लोगों के खि़लाफ़ कार्यवाही ज़रूर की जाएगी। भगवंत मान ने कहा, ‘‘इन अनियमितताओं के दोषियों की सरकारी खजाने में से एक-एक पैसे की लूट के लिए जवाबदेही तय की जाएगी।’’

बढ़ेंगी साधु सिंह धर्मसोत की मुश्किलें

पूर्व कांग्रेसी मंत्री साधु सिंह धर्मसोत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जंगलात विभाग के करप्शन केस में पकड़े साधु पर अब स्कॉलरशिप घोटाले की गाज गिर सकती है। CM भगवंत मान ने स्कॉलरशिप घोटाले की फाइलें मंगवा ली हैं।
आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार इस मामले में भी एक्शन की तैयारी में है। ऐसे में धर्मसोत के खिलाफ नया केस दर्ज हो सकता है।

क्या है पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाला

पंजाब में केंद्र की मदद से SC स्टूडेंट्स को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप दी जाती है। साधु सिंह धर्मसोत कैप्टन अमरिंदर सिंह के CM रहते पंजाब सरकार में सामाजिक सुरक्षा मंत्री थे। उन पर आरोप लगे कि स्कॉलरशिप बांटने में धांधली हुई।
39 करोड़ रुपए बांटने का कोई रिकॉर्ड ही नहीं मिला। इसमें शक जताया गया कि जो कॉलेज हैं ही नहीं, उन्हें नाम पर यह रकम हड़पी गई। यही नहीं, जिन कॉलेज-यूनिवर्सिटी से 8 करोड़ वसूलने थे, उन्हें 16.91 करोड़ और जारी कर दिए गए।

कैप्टन सरकार में मिली थी क्लीन चिट

कैप्टन सरकार के वक्त भी इस घोटाले की जांच हुई। तब दावा किया गया कि धर्मसोत को घोटाले से क्लीन चिट मिल चुकी है। हालांकि बाद में अफसरों ने कहा कि किसी को क्लीन चिट नहीं दी गई है।
सरकार और अफसर पूरे मामले को गोलमोल करते रहे। वहीं आम आदमी पार्टी लगातार धर्मसोत की कैबिनेट से बर्खास्तगी की मांग करती रही। कैप्टन को CM कुर्सी से हटाया तो कांग्रेस ने धर्मसोत को फिर मंत्री नहीं बनाया।

कमीशन केस में जेल में धर्मसोत

साधु सिंह धर्मसोत फिलहाल जेल में हैं। सीएम भगवंत मान की सरकार ने उन्हें जंगलात विभाग में करप्शन केस में पकड़ा है।
उन पर आरोप है कि पेड़ कटाई और लगाने के बदले वह कमीशन लेते थे। इसके अलावा उनके मंत्री रहते जंगलात विभाग में बड़े घोटाले हुए।

ये भी पढ़ें


Subscribe YouTube Channel

Prabhat Times

Click to Join Prabhat Times FB Page

https://www.facebook.com/Prabhattimes14/

Join Telegram

https://t.me/prabhattimes14