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चंडीगढ़। (New CM Punjab Bhagwant Mann Oath taking ceremony) स्पष्ट बहुमत के साथ पंजाब की सत्ता प्राप्त करने वाली आम आदमी पार्टी की तरफ से सी.एम. नियुक्त किए गए भगवंत मान ने आज ऐतिहासिक स्थल खटकड़ कलां में शपथ ग्रहण की।
भगवंत मान पंजाब के 17वें सी.एम. होंगे। शपथ ग्रहण करने के पश्चात भगवंत मान ने कहा कि हम 70 साल लेट हैं, आज से ही काम शुरू हो जाएगा। लेकिन बहुत ही आराम से। भगवंत मान ने सभी को नसीहत भी दी कि अहंकार नहीं करना। किसी से सोशल मीडिया पर भिड़ना नहीं।
इससे पहले शपथ ग्रहण से पहले राष्ट्रीय गान हुआ। राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने भगवंत मान को शपथ ग्रहण करवाई।
अपने संबोधन में भगवंत मान ने कहा कि पंजाब के हर कौने से भगत सिंह के पैतृक गांव में पहुंचे हैं। शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए हैं। मैं आप का धन्यवाद करता हूं।
मेरे साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सी.एम. व कैबिनेट है। साथ ही दूसरी तरफ पंजाब के नए चुने गए 91 विधायक बैठे हैं।
भगवंत मान ने कहा कि वीरो यहां आने की खास वजह है, पहले शपथ ग्रहण समारोह महलों में होते थे, लेकिन अब ये शहीदों की गांवो में आए हैं।
मान ने कहा कि मेरे लिए खटकड़ कलां नया नहीं। भगत सिंह ने सपना लिया था कि आजादी हर घर तक पहुंचाने की लड़ाई आप पार्टी लड़ रही है। जो प्यार लोगों ने दिया है कई जन्म लेने पड़ेंगे कर्जा उतारने के लिए।
मान ने कहा कि अहंकार नही करना, दबका नही मारना, जिन्होने वोट नहीं डाली उनकी भी सरकार है। ऐसी कोई खबर न आए कि ये अहंकार कर गए। वक्त और पब्लिक बड़ी चीज़ है। पब्लिक चाहे तो अर्श चाहे तो फर्श।
भगत सिंह को ये फिक्र नहीं था कि देश आजाद कैसे होगा, ये फिक्र था कि आजादी के बाद किन हाथों में होगा। मान ने कहा कि लोग वीज़ा लगवा कर भाग रहे हैं। हम यहां रहेंगे, अपना देश ठीक करेंगे। दूर देशों से वापस लाएंगे।
यहां ही रहेंगे। काम करेंगे। बेरोजगारी, खेती, व्यापार, अस्पताल बहुत काम है। उलझा पड़ा है सब कुछ, सभी के सहयोग से इसका हल निकालेंगे।
देश की मि्टटी को प्यार करें, कर्मा वाली मिट्टी है, उपजाऊ मिट्टी है, धरती को मां का दर्जा है। ये दर्जा कायम रखना है। लोगों का सहयोग चाहिए होगा। हर एक को साथ देना होगा।
पंजाब के स्कूल अस्पताल ऐसे बनाएंगे, की बाहर के देशों वाले यहां आकर देखेंगे। 10 मार्च को पंजाबियां का नाम सुनहरी अक्षरों में लिखा गया है। आने वाले समय में सिलेब्स में पढ़ाया जाएगा कि लोगों ने बिना किसे डर, लालच के वोट कब शुरू की थी। उसका सही उत्तर होगा 20 फरवरी 2022 को। और रिज़ल्ट 10 मार्च को आया।
परमात्मा से भी यही अरदास है कि सदबुद्धि देना। केजरीवाल जी का खास तौर पर धन्यवाद किया। जिन्होने भूख हड़तालें करके पार्टी बनाई।
हम 70 साल लेट हैं। कोई दिन वेस्ट नहीं करना। आज से ही काम शुरू होगा। सोशल मीडिया पर किसी से लड़ना नहीं। अपशब्द नहीं कहने। आखिर में भगवंत मान ने शेयर पढ़ कर संबोधन खत्म किया।
मान ने कहा कि ‘हकूमत वो करते हैं, जिनका दिलों पर राज होता है, यूं कहने को तो मुर्गे के सिर पर भी ताज होता है।’ आपने हमें दिलों में जगह दी है। इकलाब-जिंदाबाद

केजरीवाल का ट्वीट-खुशहाल पंजाब बनाने की शपथ

आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि आज पंजाब के लिए बहुत बड़ा दिन है। नई उम्मीद की इस सुनहरी सुबह में आज पूरा पंजाब इकठ्ठा होकर एक खुशहाल पंजाब बनाने की शपथ लेगा। उस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए मैं भी शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां के लिए रवाना हो गया हूं।

राघव चड्ढा बोले- पंजाब के 3 करोड़ लोग शपथ लेंगे

आज का दिन पंजाब के इतिहास में अहम दिन होगा. आज भगवंत मान के साथ 3 करोड़ पंजाबी एक साथ सीएम पद की शपथ लेंगे. भगवंत मान भ्रष्टाचार के सिस्टम को बदल देंगे और शहीद भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर के सपनों को पूरा करेंगे. आज तो हर पंजाबी सीएम होगा.

पंजाब के दूसरे सबसे युवा सीएम होंगे मान

भगवंत मान (49) पंजाब के दूसरे सबसे युवा सीएम होंगे. उनसे पहले प्रकाश की बादल ने 43 साल की उम्र में सीएम पद की शपथ ली थी.

शपथ ग्रहण समारोह में देरी से पहुंचे मान

नए सी.एम. भगवंत मान शपथ ग्रहण का समय 12.30 बजे रखा गया था। राज्यपाल समय से पहले स्टेज पर पहुंच गए थे। लेकिन अपने ही शपथ ग्रहण समारोह में भगवंत मान लगभग आधा घण्टा देरी से पहुंचे।

समारोह में पहुंचे गुरदास मान, कही ये बात

पंजाबी गायक गुरदास मान भी भगवंत मान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यह अभी शुरुआत है। आप की विचारधारा खास है। मैं प्रार्थना करता हूं कि भगवान उन्हें समृद्ध पंजाब बनाने की हिम्मत दे।

शपत ग्रहण समारोह में अमेरिका से पहुंचे बेटा बेटी

भगवंत मान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए उनके दोनों बच्चे (Bhagwant Mann Children) अमेरिका से आए हैं।
भगवंत मान ने इंदरप्रीत कौर से शादी रचाई थी। साल 2015 में दोनों ने आपसी सहमति से तलाक लेकर अलग होने का फैसला किया था।
तलाक के बाद इंदरप्रीत दोनों बच्चों को लेकर अमेरिका चली गईं। भगवंत मान के बेटे का नाम दिलशान और बेटी का सीरत है।
तलाक के बाद भगवंत मान ने अपने फेसबुक पर लिखा था कि मुझे अपने दो परिवारों में से किसी एक को चुनना था। मैंने पंजाब को चुना।
भगवंत मान की पत्नी इंदरप्रीत कौर ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए बताया कि उन्होंने तलाक के बाद भी हमेशा भगवंत मान के लिए दुआएं मांगी हैं और आगे भी मांगती रहेंगी।
इंदरप्रीत ने कहा कि वह पर्दे के पीछे रहकर भगवंत मान की सफलता के लिए काम करती थीं।
बकौल इंदरप्रीत उन्होंने कभी भी भगवंत मान के लिए किसी तरह की गलत बात नहीं कही। उनका कहना है कि हम भले शारीरिक तौर पर दूर हैं लेकिन उनके लिए मेरी दुआएं कभी कम नहीं हुईं।
बता दें कि भगवंत मान साल 2014 में पहली बार संगरूर से लोकसभा सांसद बने थे। तब उनके चुनावी कैंपेन में इंदरप्रीत कौर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

 


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