Prabhat Times
चंडीगढ़। कोरोना महामारी का खतरा देखते हुए राज्य में सरकार द्वारा और सख्ती बरती जाएगी। ये संकेत पंजाब के सी.एम. कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने दिए हैं। सी.एम. अमरेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा स्पष्ट कहा गया है कि कल यानिकि 18 मार्च से राज्य में कोरोना महामारी से निपटने के लिए कठोर निति अपनाने का ऐलान किया है।
राज्य में कोविड मामलों की संख्या बढ़कर 12,616 हो जाने और रोजाना पाॅजिटिविटी दर 5 प्रतिशत से पार कर जाने के मद्देनजर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केंद्र सरकार को अपनी टीकाकरण कार्यनीती पर फिर से विचार करने की अपील की जिससे चुनिंदा क्षेत्रों में हर आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण किया जा सके। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने इस समस्या से निपटने के लिए कठोर नीति का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने स्कूलों और काॅलेजों के विद्यार्थियों और अध्यापकों, जजों, बस चालकों और कंडक्टरों, पंचों/सरपंचों, मेयर/नगर कौंसिलों के प्रधानों/पार्षदों, विधायकों और सांसदों आदि के लिए पेशा आधारित टीकाकरण के लिए कहा जिससे अहम गतिविधियां सामान्य रूप से चलाने और कोरोना फैलाने वालों को रोकनेे के लिए रास्ता साफ हो सके। उन्होंने अदालतें, स्कूल, कालेज भी जल्द खोलने की वकालत की।
मुख्यमंत्री ने कोविड से बचाव, बड़े स्तर पर सामाजिक और धार्मिक जलसों और स्कूल, काॅलेजों को सामान्य रूप से खोलने के यत्नों में ढील बरताने को मामले बढ़ने का कारण बताया। उन्होंने कहा कि राज्य की युवा आबादी में बड़ी स्तर पर पाॅजिटिव केस देखे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह स्थिति चिंताजनक बन रही है क्योंकि सोमवार को राज्य में कुल 1475 केस सामने आए और 38 मौतें हुई थीं और बीते दिन 1843 केस सामने आए और 43 मौतें हुई। उन्होंने कहा, ‘‘हम नीति बना रहे हैं, हम कल से सख़्त हो जाएंगे।’’
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सुझाव दिया कि कोई भी इलाका, जहाँ साप्ताहिक टेस्टिंग दौरान पाॅजिटीविटी दर दोगुनी होती है, में हर आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण के लिए तुरंत विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कदम से हर चरण में आबादी के एक छोटे वर्ग के टीकाकरण किये जाने के चरणों की अपेक्षा बेहतर नतीजे सामने आएंगे।
उन्होंने कहा कि जनवरी में रोजाना की पाॅजिटीविटी दर एक प्रतिशत से कम थी जो कि मार्च में 5 प्रतिशत से अधिक हो गई है। उन्होंने बताया कि अब तक 54 लाख टैस्ट किये गए हैं जिनमें से 1.99 लाख पाॅजिटिव केस पाए गए और इस वायरस से अब तक 6099 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोविड की दूसरी लहर से निपटने के लिए उनकी सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों बारे जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में कई जिलों में नाईट कर्फ्यु सामाजिक कार्यक्रमों में उपस्थिति फिक्स की गई है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पीड़ित लोगों की देखभाल के लिए सभी उचित प्रबंध किये गए हैं। राज्य में कोविड मरीजों के लिए 8,000 आक्सीजन वाले बैड, 1,500 से अधिक आईसीयू बैड और स्तर-2 और स्तर-3 के लगभग 800 वेंटिलेटर मौजूद हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस समय 10-15 प्रतिशत स्तर-2 और स्तर-3 बैड ही मरीजों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं और बाकी सभी बैड खाली हैं।
कैप्टन अमरिन्दर ने प्रधानमंत्री को अवगत करवाया कि राज्य सरकार ने पिछले एक साल के दौरान लगभग 4,000 और मैडीकल और पैरा मैडीकल स्टाफ शामिल किया गया, जिसमें 500 मैडीकल अफसर, 300 माहिर डाॅक्टर, 500 नर्सें और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ शामिल है।
उन्होंने कहा कि कोविड के मरीजों के प्रबंधन के लिए हर तरह की जरूरी दवाएँ और अन्य प्रयोग की जाने वाली वस्तुएं उपलब्ध हैं, जिसमें रेमिडेजीविर टीका और अन्य एंटी-वायरल दवाएँ भी शामिल हैं। इसके साथ ही मरीजों की शिफटिंग के लिए 25 एडवांस्ड लाईफ स्पोर्ट और 300 बेसिक लाईफ स्पोर्ट ऐंबूलैंस उपलब्ध हैं।

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