Prabhat Times
नई दिल्‍ली। देश-दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर बरकरार है. अब ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के नए रूप से भी कई देशों में हड़कंप मचा हुआ है. भारत में भी इसके कुछ मामलों की पुष्टि हो चुकी है.
वहीं मुंबई (Mumbai) में डॉक्‍टरों को कोरोना वायरस (Covid 19) से ठीक हो चुके बुजुर्ग लोगों में एक अलग परेशानी दिख रही है. उनके मुताबिक मुंबई के अस्‍पताल में भर्ती किए गए इन मरीजों की रीढ़ की हड्डी में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण इंफेक्‍शन सामने आया है.
मुंबई के जुहू में स्थित नानावती अस्‍पताल में कोरोना वायरस को मात देने वाले 6 बुजुर्ग लोगों को वायरल बुखार की शिकायत पर भर्ती कराया गया था. इस दौरान उनकी रीढ़ की हड्डी में इंफेक्‍शन भी पाया गया. चार हफ्ते तक उनका इलाज किया गया.
अस्‍पताल के स्‍पाइन सर्जन डॉ. मिहिर बापट के अनुसार उन मरीजों का अस्‍पताल में कोविड 19 का कुछ हफ्तों तक इलाज चला. उन मरीजों में संक्रमण काफी था. उन्‍हें इस दौरान रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन कराना पड़ा. साथ ही एंटीबायोटिक भी दी गईं. उन्‍हें अब ठीक होने में करीब 3 महीने लगेंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक वसई के रहने वाले 68 साल के रीनोल्‍ड सिरवेल सितंबर से अस्‍पताल में कोरोना के कारण भर्ती थे. उनका अब तक का बिल 15 लाख रुपये से अधिक आया.
वह चार बार भर्ती हुए, एक बार उनकी रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन किया गया. एक नर्स दिन में तीन बार उन्‍हें एंटीबॉयोटिक देने के लिए घर जाती है. एंटीबायोटिक का रोजाना खर्च 7000 हजार रुपये है.
रीनोल्‍ड के बेटे विनीत का कहना है कि उनके पिता कभी बीमार नहीं पड़ते थे. कोरोना संक्रमण होने से पहले वह रोजाना 10 किमी पैदल तक चलते थे. वह 10 दिन के लिए अस्‍पताल में भर्ती हुए वहां उन्‍हें इलाज के दौरान रेमडेसिविर दी गई.
घर लौटने के कुछ दिनों बाद ही उन्‍हें रीढ़ की हड्डी में दर्द रहने लगा. दो महीने तक वह डॉक्‍टर के पास जाते रहे. उनका स्‍पाइन ट्यूबरकुलोसिस का इलाज चल रहा है.

भारत में कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने से बढ़ी टेंशन

हैदराबाद भारत में कोरोना वैक्सीन के नए स्ट्रेन की दस्तक ने एक बार फिर टेंशन बढ़ा दी है। ब्रिटेन से लौटने वाले छह मरीज म्यूटेंट कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इन्हें आइसोलेशन में रखा गया है।
वहीं इनके संपर्क में आए करीबियों को भी क्वारंटीन कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कोरोना का नया स्ट्रेन काफी संक्रामक है। इसने कोरोना प्रभावित इलाकों में नए केस में 300 फीसदी तक इजाफा किया है। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन से खतरा देखते हुए भारत सरकार ने भी कमर कस ली है।

कर्नाटक में 2 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू

कर्नाटक में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को देखते हुए 2 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू के आदेश हैं। इस दौरान रात 10 बजे से सुबह बजे तक गतिविधियों पर पाबंदी रहेगी।
यूके से आने वाले सभी यात्रियों को 72 घंटों के अंदर आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना होगा। अंतरराष्ट्रीय यात्रियों पर नजर रखी जा रही है हालांकि अंतरराज्यीय यात्रा पर कोई बैन नहीं है।

मुंबई में रोजाना 2200 यात्रियों को किया जा रहा क्वारंटीन

नए स्ट्रेन के खतरे के बीच महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू लागू हो चुका है। इस बीच मुंबई में प्रशासन और बीएमसी खतरे से निपटने के लिए मुस्तैद है। रोजाना मिडिल ईस्ट और यूरोप से आने वाले 2200 यात्रियों को क्वारंटीन करने की तैयारी के लिए खास इंतजाम हैं।
जिनके अंदर भी कोरोना के लक्षण मिल रहे हैं, उन्हें सीधे कोविड सेंटर भेजा जा रहा है। बाकी लोगों को होटल या दूसरे क्वारंटीन केंद्रों पर उन्हीं के खर्चे पर भेजा जा रहा है।
महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे ने फैसला लिया था कि इन देशों से सोमवार से जो भी मुंबई या महाराष्ट्र आएगा उसे क्वारंटीन पर रहना अनिवार्य है।
होटल में जो भी विदेश से आने वाले यात्री क्वारंटीन होंगे, उन्हें ठहरने के पांचवें से सातवें दिन के अंदर RT-PCR टेस्ट कराना होगा।

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