नई दिल्ली (ब्यूरो): लॉकडाउन के चौथे चरण में रेड जोन का दायरा कम करने के साथ सीमित दायरे में हवाई व सार्वजनिक सड़क परिवहन शुरू किया जा सकता है। हालांकि, प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी से देश के हर हिस्से तक पहुंच रहे कोरोना संक्रमण से सरकार की चिंताएं बढ़ी हैं। इस बार लॉकडाउन में राज्य ज्यादा जवाबदेह होंगे और वे अपने यहां अपने ढंग से ग्रीन, ऑरेंज व रेड जोन तय कर सकते हैं। लॉकडाउन का नया चरण 18 मई से शुरू हो रहा है और उसमें सरकार के भारी-भरकम आर्थिक पैकेज पर अमल की शुरुआत भी होनी है। ऐसे में बढ़ते संक्रमण के बीच कामकाज शुरू करने के लिए का दबाव भी है। संक्रमण के लिहाज से तीन जोन- रेड, ग्रीन व ऑरेंज के लिए नियमों में बदलाव किया सकता है। पूरे जिले या पूरे शहर को रेड जोन बनाने की जगह हॉट स्पॉट वाले क्षेत्रों में भी सख्ती रखी जा सकती है व बाकी में सीमित कामकाज शुरू किया जा सकता है।

आर्थिक कामकाज का खाका

राज्य सरकारों से सुझाव मिलने के बाद केंद्र सरकार में विभिन्न स्तरों पर जारी विचार-विमर्श में लॉकडाउन के दिशा-निर्देश तय करने के साथ आर्थिक कामकाज का खाका भी खींचा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार इस बार गैर हॉट स्पॉट क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन शुरू किया जा सकता है। स्पेशल ट्रेन की तरह सीमित हवाई सेवा व बस सेवा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शुरू की जा सकती है।

केंद्र सरकार की तरफ से राज्य सरकारों को ग्रीन जोन में बस, टैक्सी चलाने की अनुमित दे सकती है। हालांकि, एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए ट्रैवल पास जरूरी होगा। इसके अलावा राज्य में ट्रांसपोर्ट और उद्योग चलाने की भी इजाजत दी जा सकती है। हालांकि फैक्ट्रियों के लिए राज्य सरकारों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोरोना से एहतियात के लिए यहां सारे इंतजाम किए गए हों।इसके अलावा हार्डवेयर की दुकानें और बाइक रिपयेरिंग की दुकानें भी खोले जाने के आसार हैं। कहा यह भी जा रहा है कि 18 मई से घरेलू विमान सेवाओं भी फिर से शुरू की जा सकती है। हालांकि विमानों की आवाजाही पहले चरण में कम होगी। परिस्थिति के हिसाब से इनपर आगे फैसला लिया जाएगा।

लॉकडाउन के 54 दिन पूरे होंगे

17 मई को लॉकडाउन के 54 दिन पूरे हो रहे हैं। अब आर्थिक काम का दबाव बढ़ा है और उद्योग धंधे भी शुरू करने हैं। खेती-किसानी के काम के साथ सरकारी दफ्तर भी खोलने हैं और दूसरे कामकाज भी शुरू किए जाने हैं। यह सब तब होना है जबकि देशभर में संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है, खतरे भी बढ़े हैं। ऐसे में सरकार जमीन पर हालात सामान्य रखते हुए आगे बढ़ेगी। बता दें कि पीएम मोदी ने 15 मई तक राज्यों के मुख्यमंत्री से लॉकडाउन 4.0 को लेकर सुझाव मांगे हैं जिसके बाद लॉकडाउन 4.0  को  लेकर नई गाइडलाइंस जारी की जाएगी।