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जालंधर। (Corporation Action Central Town Jalandhar) सैंट्रल टाऊन ईलाके में बन रही पांच मजिली विवादित ईमारत पर नगर निगम द्वारा बड़ा एक्शन किया गया है। आम तौर पर नियमों का उल्लंघन होने पर सारी ईमारत सील करने वाली निगम अधिकारियों द्वारा इस ईमारत की सिर्फ एक फ्लौर ही सील की गई है। निगमाधिकारियों का कहना है कि जिस फ्लोर की वॉयलेशन थी, उसे सील कर दिया गया है। बाकी ईमारत कमर्शियल पास है। कुछ भी गल्त नहीं है।
बता दें कि बीते दिन सैंटरल टाऊन में साबुन फैक्ट्री के निकट बन रही पांच मंजिला ईमारत को लेकर नगर निगम, विजीलैंस में शिकायत की गई थी। आरोप लगाया गया था इस कमर्शियल ईमारत को तैयार करने में नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई गई हैं। ईमारत को लेकर उपजे विवाद पर चंडीगढ़ से लेकर जालंधर नगर निगम तक हड़कंप मच गया। कथित सांठगांठ से बन रही ईमारत पर निगमाधिकारियों ने अपनी स्किन सेफ करने के लिए कार्रवाई करते हुए ईमारत का एक फ्लौर सील कर दिया। इस संबंधी निगमाधिकारी मेहरबान सिंह का कहना है कि जिस फ्लोर पर वॉयलेशन थी, वे सील की गई है। एरिया के ए.टी.पी. राजेन्द्र शर्मा का कहना है कि बाकी सारी बिल्डिंग नियमों के मुताबिक ही है।

निगम अधिकारी बिल्डिंग मालिक की मदद कर रहे हैं -शिकायतकर्ता

लेकिन उधर, इस इमारत को लेकर शिकायत करने वाले कुलदीपक सिंह का कहना है कि निगम अधिकारी इमानदारी से काम नहीं कर रहे हैं। निगम अधिकारी कह रहे हैं कि एक फ्लौर पर वॉयलेशन है, लेकिन फ्रंट रियर पार्किंग, बेसमैंट, नक्शा, सी.एल.यू. तक हर चीज़ में घपला है। कुलदीपक ने कहा कि वे इस संबंधी फिर से विजीलैंस में शिकायत करेंगे। कुलदीपक ने आरोप लगाया कि आमतौर पर निगम अधिकारी बिल्डिंग सील कर देते हैं, इस इमारत का एक हिस्सा सील करके सिर्फ कागज़ी कार्रवाई की गई है। कुलदीपक ने आरोप लगाया कि निगम अधिकारी बिल्डिंग मालिक को अदालत से स्टे लाने की भी सलाह दे रहे हैं। आरोप है कि इस इमारत को बनाने के लिए निगम के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर सब मिले हुए हैं। वे इस नैक्सेस का भंडाफोड़ करेंगे।

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