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नई दिल्ली। कोरोना वायरस (corona) एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसे वैज्ञानिक अभी तक नहीं समझ पाए हैं।
इस बीमारी को आये हुए एक साल होने वाला है और अभी भी इससे जुड़ी कई नई जानकारियां सामने आ रही हैं।
यह अध्ययन यूएस नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में प्रकाशित हुआ है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, आप इस घातक वायरस के सबसे आम लक्षणों खांसी, सांस में परेशानी और बुखार को आप जानते होंगे लेकिन एक हालिया अध्ययन ने दावा किया है कि कोरोना वायरस मानव शरीर के मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है, जिससे बहुत दर्द होता है। मांसपेशियों में दर्द होना यानी Myalgia भी कोविड-19 के संभावित लक्षण हो सकता है।

Myalgia क्या है?

Myalgia या मांसपेशियों में दर्द एक ऐसी स्थिति है, जिससे रोगी को दर्द महसूस हो सकता है। इससे ligaments, tendons और fascia में दर्द हो सकता है, यह कोमल ऊतक मांसपेशियों, हड्डियों और अंगों को जोड़ते हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन में 55,924 मामलों में से 14.8 प्रतिशत रोगियों में Myalgia का असर पाया गया।
यद्यपि अन्य सामान्य लक्षणों से जूझ रहे लोगों का प्रतिशत बहुत अधिक है। मांसपेशियों में दर्द को गले में खराश, सिरदर्द और ठंड लगने की तुलना में कोविड-19 के अधिक संभावित लक्षण के रूप में पहचाना गया है।
कोरोना वायरस के आम लक्षण –कोरोना के आम लक्षणों में बुखार, सूखी खाँसी, थकान आदि शामिल हैं।
सामान्य लक्षण –कोरोना के सामान्य लक्षणों में दर्द एवं पीड़ा, गले में खराश, दस्त, आँख आना, सरदर्द, स्वाद या गंध का नुकसान, त्वचा पर एक दाने, या उंगलियों या पैर की, उंगलियों के मलिनकिरण आदि शामिल हैं।
कोरोना के गंभीर लक्षण –कोरोना के गंभीर लक्षणों में सांस लेने में कठिनाई या सांस की तकलीफ और सीने में दर्द या दबाव महसूस होना शामिल हैं।

लक्षण महसूस होने पर क्या करें

यदि आपको ऊपर बताये गए गंभीर लक्षण हैं, तो आप तत्काल चिकित्सा की तलाश करें। हमेशा अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य सुविधा पर जाने से पहले फोन करें।
हल्के लक्षण वाले लोग जो अन्यथा स्वस्थ हैं उन्हें घर पर अपने लक्षणों का प्रबंधन करना चाहिए।
लक्षण महसूस होने में 5-6 दिन लगते हैं। अगर कोई पीड़ित हैं तो उसके लक्षण 14 दिन में नजर आ सकते हैं।

यह भी कोरोना के लक्षण

एक्सपर्ट्स का मानना है कि बुजुर्गों में अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु होने की दर सबसे अधिक होती है, लेकिन उनमें सामान्य लक्षण नहीं होता है।
कुछ मरीजभ्रम के साथ आते हैं जो उन्हें कोविड-19 संक्रमण होने का एकमात्र संकेत है।
अधिकतर लोग मरीजों को हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर को कोरोना वायरस के सबसे बड़े दुष्प्रभाव के रूप में देखते हैं।
लेकिन ऐसे कई मरीज हैं जो मतली, उल्टी और दस्त जैसे लक्षणों के साथ आते हैं।
छ कोविड-19 रोगियों में आंखों की अभिव्यक्तियां या त्वचा पर चकत्ते दिखाई देते हैं।
कुछ मरीजों को बिना किसी कारण के साथ तीव्र गुर्दे की विफलता या यकृत की विफलता के साथ भर्ती किया जाता है।

इस बात का रखें ध्यान

सर्दियों में यह समस्या अधिक होती है इसलिए आपको सतर्क रहने चाहिए कि क्या मांसपेशियों में दर्द सिर्फ ठंड की वजह से हो रहा है या फिर कोरोना का संकेत है।