मुंबई (ब्यूरो): जिन लोगों को क्रेडिट कार्ड का बकाया या दूसरा अनसिक्योर्ड पर्सनल लोन चुकाना है, उनको RBI की घोषणा का लाभ उठाकर भुगतान टालने का मन बनाने से पहले दस बार सोचना चाहिए।

बैंकिंग रेगुलेटर ने बैंकों और नॉन बैंकिंग फाइनैंस कंपनियों (NBFC) के बॉरोअर्स को सभी टर्म लोन पर तीन महीने का मोराटोरियम देने का ऐलान किया है।

लेंडर्स RBI के ऐलान के हिसाब से ग्राहकों को दी जाने वाली सुविधा के डिटेल को अंतिम रूप देने में जुटे हैं, ऐसे में इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स कस्टमर्स को क्रेडिट कार्ड ड्यू और पर्सनल लोन जैसे हाई इंटरेस्ट वाले अनसिक्योर्ड लोन का रिपेमेंट समय पर करने की सलाह दे रहे हैं।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि रिजर्व बैंक ने जिस राहत का ऐलान किया है उसके दायरे में सिर्फ मूलधन का रिपेमेंट आता है और मुमकिन है कि लेंडर्स रिपेमेंट पीरियड में बॉरोअर्स/कस्टमर्स से कंपाउंड इंटरेस्ट रेट लें।

ऐसा होने पर मोराटोरियम पीरियड खत्म होने के बाद खासतौर पर क्रेडिट कार्ड कस्टमर्स पर अचानक हेवी रिपेमेंट का बोझ पड़ेगा और ऊंची दर से ब्याज देना पड़ेगा।

इसी संदर्भ में क्रेडिट कार्ड बिल मैनेजमेंट फिनटेक फर्म CRED की तरफ से अपने कस्टमर्स को जारी लेटर की मिसाल लेते हैं।

लेटर में CRED ने ड्यू डेट के भीतर टोटल ड्यू अमाउंट चुकाने की सलाह दी है ताकि 36-42% तक हाई इंटरेस्ट रेट चुकाना नहीं पड़े।

CRED उदाहरण देकर बताती है कि अगर कोई कस्टमर योजना का लाभ लेकर 31 मई तक तीन मार्च 2020 को बकाया 1,00,000 रुपये की रकम नहीं चुकाता है तो उसको 3 जून 2020 को 1,15,000 रुपये चुकाना पड़ेगा।

फिनटेक कंपनी के मुताबिक इसमें 1,00,000 रुपये का टोटल ड्यू अमाउंट और 15,000 रुपये का ब्याज और दूसरे शुल्क शामिल होंगे।

शुक्रवार को रिजर्व बैंक के गवर्नर ने रेपो रेट में 75 बेसिस की कटौती और सभी टर्म लोन रिपेमेंट पर 1 मार्च से 31 मार्च 2020 तक तीन महीने के लिए मोराटोरियम सहित कई उपायों का ऐलान किया था।

उन्होंने यह कदम लाखों बॉरोअर्स पर कोविड19 के असर को कम करने के मकसद से उठाया है।

मोराटोरियम से जुड़े मामलों में क्लैरिटी नहीं होने से मोराटोरियम का ऑप्शन चुनने वाले कस्टमर्स पर ब्याज कैसे और कब लगेगा, यह सब बैंकों पर निर्भर हो गया है।

इस बारे में कमेंट के लिए HDFC बैंक, ICICI बैंक और RBL बैंक जैसे क्रेडिट कार्ड इश्यूअर को भेजे गए ईमेल का जवाब खबर लिखे जाने तक नहीं मिल पाया था।

SBI कार्ड्स के स्पोक्सपर्सन ने कहा कि वे इस बारे में RBI से क्लैरिफिकेशन मांग रहे हैं और इस बारे में गाइडलाइंस इसी हफ्ते जारी की जाएगी।

इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च के बैंक और FI डायरेक्टर प्रकाश अग्रवाल कहते हैं, ‘RBI ने साफ कह दिया है कि लेट फी पेनल्टी नहीं लगेगी लेकिन मोराटोरियम पीरियड में इंटरेस्ट रेट किस तरह चार्ज जाएगा यह पूरी तरह लेंडर पर निर्भर करेगा।’