Prabhat Times
जालंधर। (DAV University organized legal services awareness camp)डीएवी विश्वविद्यालय ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाया, जिसके तहत स्कूल ऑफ लॉ एंड लीगल स्टडीज ने जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण के साथ मिलकर जालंधर जिले के विभिन्न गांवों में कानूनी सेवा जागरूकता शिविर आयोजित किए। अखिल भारतीय जागरूकता और आउटरीच कार्यक्रम की छत्रछाया में समाज के वंचित वर्गों और गरीब लाभार्थियों को उनके लंबे समय से चले आ रहे मुद्दों को हल करने के लिए कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
कुलपति डॉ जसबीर ऋषि ने कानूनी जागरूकता शिविरों के महत्व पर जोर दिया और छात्रों को कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया क्योंकि ऐसे शिविरों में गांवों में रहने वाले लाखों ग्रामीण लोगों को लाभ पहुंचाने की क्षमता है और उन्हें सामाजिक और आर्थिक न्याय प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। रजिस्ट्रार डॉ. के.एन. कौल और डीन शिक्षाविद डॉ. आर.के. सेठ ने तीन दिवसीय शिविर पूर्ण करने पर विभाग को बधाई भी दी।
वैश्विक महामारी ने लोगों की पीड़ा को कम करने में कानूनी सहायता संस्थानों की भूमिका को और अधिक स्पष्ट कर दिया है। यह एक ऐसा वातावरण बनाने के लिए आयोजित किया गया था जहां न्याय-वितरण को एक संप्रभु कार्य के रूप में नहीं बल्कि नागरिक-केंद्रित सेवा के रूप में देखा जाता है। विभिन्न गाँवों के लोगों को कानूनी अधिकारों और उपचारों का ज्ञान दिया गया।
उन्हें उनकी शिकायतों के निवारण के लिए उपलब्ध न्याय वितरण प्रणाली की विभिन्न मशीनों से अवगत कराया गया। इसके अलावा उनकी शिकायतों के निवारण के लिए उपलब्ध विभिन्न माध्यमों जैसे पुलिस, कार्यपालिका और न्यायपालिका से संपर्क करने और उपयोग करने की प्रक्रिया पर भी कानून के छात्रों द्वारा उनके साथ चर्चा की गई।

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