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जालंधर। (DC Jalandhar Order Schools) स्कूली छात्रों में हुए कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेते हुए जालंधर के डी.सी. घनश्याम थौरी ने स्कूल प्रबंधकों, टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को बड़ा आदेश दिया है। डी.सी. ने स्पष्ट आदेश दिया है कि टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को अगस्त महीने के अंत तक कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज़ लगनी अनिवार्य है। अगस्त अंतिम सप्ताह के बाद जो भी टीचिंग या नॉन टीचिंग स्टाफ के सदस्य वैक्सीन की दोनो डोज़ पूरी नहीं होती उन्हें डियूटी पर न आने दिया जाए। डी.सी. ने इन आदेशो को यकीनी बनाने के लिए शिक्षा विभाग और स्कूल प्रबंधकों की जिम्मेदारी फिक्स की है।
डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी ने स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के आधिकारियों को कहा कि इस अगस्त महीने के अंत तक ज़िलो के सभी सरकारी और प्राईवेट शैक्षिक संस्थानों में सभी टीचिंग और नान टीचिंग स्टाफ का कोविड टीकाकरण (दोनों ख़ुराकों) सुनिश्चित किया जाए। उन्होनें स्पष्ट कहा कि इस काम में किसी भी प्रकार की लापरवाही के साथ सख़्ती से निपटा जाएगा,क्योंकि बच्चों की सुरक्षा के साथ किसी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता।
स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के आधिकारियों की सांझी बैठक की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने आदेश दिए कि सरकारी और प्राईवेट स्कूलों और कालेजों में विशेष कोविड वैक्सीन टीकाकरण अभियान चला कर यह यकीनी बनाया जाए कि कोई भी कोविड वैक्सीन का टीका लगाने से न रह जाए। उन्होनें शिक्षा विभाग के आधिकारियों को आदेश दिए कि टीचिंग और नान -टीचिंग स्टाफ जिन्होंने एक या दोनों कोविड वैक्सीन की ख़ुराके लगा ली है, की सूची बनाई जाए। उन्होंने यह भी कहा किसी को भी स्कूलों में डियूटी पर उपस्थित होने की इजाज़त नहीं दी जानी चाहिए ,जब तक वह वैक्सीन की दोनों ख़ुराकें नहीं लेते।
बैठक दौरान ज़िला शिक्षा अधिकारी (सकैंडरी) और ज़िला शिक्षा अधिकारी (एलिमेंट्री) को दो दिनों में कोविड टीकाकरण करवाने से रहते अध्यापकों की सूचना एकत्रित कर इसे गूगल शीट पर ज़िला टीकाकरण अधिकारी के साथ सांझी करने के लिए कहा जिससे सबंधित स्कूलों में कैंप लगाए जा सकें। इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर ने स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के आधिकारियों को यह भी आदेश दिए कि स्कूलों में कोविड प्रोटोकाल, जिसमें मास्क पहनना, हाथ धोने और अन्य मापदंड शामिल है, की सख़्ती के साथ पालना की जाए। उन्होनें स्वास्थ्य विभाग को कहा कि स्कूलों में आरटी पीसीआर टैस्ट को सुनिश्चित किया जाए, जिससे वायरस को फैलने से रोका जा सके।

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