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जालंधर। कोरोना का विकराल रूप सामने आ रहा है। जैसे जैसे कोरोना मरीज़ों का आंकड़ा बढ़ रहा है वैसे ही जिला प्रशासन के पास चिकित्सा सुविधाओं की कमी होती जा रही है। इस समय की बड़ी खबर ये है कि जालंधर में ऑक्सीज़न की काफी कमी पाई जा रही है। डी.सी. जालंधर ने पंजाब हैल्थ सिस्टम कार्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर को पत्र लिख कर इस बारे में अवगत करवाया है।
बता दें कि इस समय पंजाब में रोजाना 5 हज़ार के करीब मरीज़ पॉजिटिव आ रहे हैं। जालंधर के बात करें तो रोजाना 400 के करीब मरीज़ पॉजिटिव हैं। ऐसी स्थिति में जालंधर के विभिन्न कोविड सैंटरों में मरीज़ों का ईलाज चल रहा है। बढ़ते कहर के बीच अब जिला प्रशासन को नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
जिला जालंधर में ऑक्सीज़न की कमी बताई गई है। डी.सी. घनश्याम थौरी ने द्वारा विभाग को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि इस समय जालंधर में लगभग 3 हज़ार से 3500 सिलैंडर की जरूरत है। इसमें से होशियारपुर और नवांशहर को भी 400-500 सिलैंडर सप्लाई किए जा रहे हैं।
जालंधर में डेली लगभग 4000 सिलैंडर की जरूरत है। लेकिन ऑक्सीज़न सप्लाई करने वाले दो फर्म द्वारा लगभग 2400 सिलैंडर ऑक्सीज़न का उत्पादन हो रहा है। फिलहाल लिक्विड ऑक्सीज़न सोनीपत, पानीपत, राजपुरा, बठिंडा जिला से की जा रही है। जिला में लिक्विड ऑक्सीजऩ टैंकर डेली चाहिए। डी.सी. घनश्याम थौरी ने विभाग को पत्र लिख कर ऑक्सीज़न सप्लाई की आपूर्ति यकीनी बनाने के लिए कहा गया है।

पढ़ें विभाग को लिखा पत्र

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