Prabhat Times

प्रीत सूजी (98140-66340)

जालंधर। (With the decision of the Congress High Command, Mohinder Singh K.P. Angry, made this big announcement)  पंजाब कांग्रेस में विरोधी स्वर उठने लगे हैं। टिकट आबंटन में ईगनौर किए गए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री मोहिन्द्र सिंह के.पी. हाईकमान का ये फैसला उन्हें व उनके समर्थकों को मंजूर नहीं है। के.पी. ने ऐलान किया है कि वे चुनाव जरूर लड़ेंगे। किसी पार्टी की टिकट से या आजाद। इसके बारे में अपने समर्थकों के साथ विचार विमर्श के पश्चात रविवार शाम या सोमवार तक फैसला ले लिया जाएगा।
बता दें कि बीते दिन कांग्रेस हाईकमान द्वारा आदमपुर विधानसभा हल्का से कांग्रेस से मोहिन्द्र सिंह के.पी. को ईगनौर करके सुखविन्द्र कोटली को टिकट दे दी गई। कांग्रेस हाईकमान के इस फैसले से मोहिन्द्र सिंह के.पी. व उनके समर्थकों में खासा रोष पाया जा रहा है।
जालंधर के माडल टाऊन स्थित उनके निवास पर दिन निकलते ही मोहिन्द्र सिंह के.पी. के समर्थक पहुंचे। मोहिन्द्र सिंह के.पी. ने ‘प्रभात टाइम्ज़’ के साथ विशेष बातचीत में कहा कि हाईकमान का ये फैसला उन्हें मंजूर नहीं है। उनके समर्थकों में निराशा है। मोहिन्द्र सिंह के.पी. ने कहा कि नए उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा गया है।
कांग्रेस पार्टी अब दूसरी पार्टियों से आए लोगो को तवज्जो दे रही है। जो सही नहीं है। पार्टी के लिए कुर्बानीयां देने वालो को ईगनौर किया जा रहा है। के.पी. ने कहा कि उनके परिवार द्वारा 1967 से लेकर आज तक जितने भी विधानसभा चुनाव हुए हैं वे सभी लड़े हैं। हार जीत अलग बात है, लेकिन वे विधानसभा चुनाव 2022 में भी चुनाव मैदान में जरूर उतरेंगे।
आदमपुर से टिकट न मिलने और मुख्यमंत्री परिवार से करीबी संबंध होने के बावजूद टिकट न मिलने के सवाल पर के.पी. ने कहा कि इसका कारण वे खुद ढूंढ रहे हैं। वे हैरान हैं कि ऐसा क्यों किया गया। हाईकमान ने मेरे साथ धक्का किया है।
के.पी. ने कहा कि हाईकमान ने मेरी और परिवार की पार्टी प्रति सेवाओं को नज़र अंदाज़ किया है। के.पी. ने कहा कि हाईकमान ये जरूर कहते हैं कि के.पी. शरीफ आदमी है, लेकिन अब ईगनौर किए जाने से ऐसा लगता है कि शायद शराफत ही उनकी डिस्क्वालीफिकेशन है।
किसी और विधानसभा हल्का में टिकट दिए जाने के बारे में पूछने पर मोहिन्द्र सिंह के.पी. ने स्पष्ट किया कि पहले भी हाईकमान ने उन्हें लोक सभा चुनावों मे होशियारपुर भेजा और फिर विधानसभा चुनावों में आदमपुर। उन्होने पार्टी हाईकमान के फैसले को माना। लेकिन इस बार नहीं। वे आदमपुर से चुनाव मैदान में जरूर उतरेंगे।क्या वे कैप्टन अमरिंदर सिंह या किसी और पार्टी की तरफ जा सकते हैं तो के.पी. ने कहा कि उनके समर्थक इकट्ठे हो रहे हैं। इसका फैसला उनके समर्थकों ने करना है कि वे किसी पार्टी से चुनाव लड़े या आजाद। फिलहाल कुछ कहना जल्दबाजी होगी। सभी ऑप्शन उनके पास खुली हैं।
के.पी. ने नाराज़गी जताते हुए यहां तक कहा कि दोआबा में टिकट आंबटन सही नहीं हुआ है। चौधरी परिवार में 3 टिकट दी गई हैं, जबकि के.पी. परिवार में एक भी नहीं। इससे समर्थकों में खासी निराशा है। लेकिन लोग, उनके समर्थक, वोटर उनके साथ हैं।

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