Prabhat Times
जालंधर। आज जब पूरा विश्व कंप्यूटर की एक स्क्रीन में समा जाता है, विद्यार्थियों में भी दूसरे देशों के प्रति जिज्ञासा बढ़ रही है। छात्रों के लिए विदेश जाना एक सपना है और अपने इस सपने को साकार करने के लिए डिप्स ही एकमात्र सफल विकल्प है उनके पास।
डिप्स संस्थान में जहां देश विदेश की सांस्कृतिक और सामाजिक जानकारी सांझी की जाती है वहीं अग्रेंजी भाषा का सटीक अभ्यास करवाया जाता है, भाषा के उचित त्रुटीमुक्त उच्चारण का रोजाना अभ्यास करवाया जाता है।
इसी अभ्यास की वजह से विद्यार्थी पूरे आत्मविश्वास के साथ आईईएलटीएस टेस्ट सराहनीय नतीजों से उतीर्ण कर पाते हैं और इसका प्रतीक है डिप्स के आईईएलटीएस टेस्ट में शानदार नतीजे।
आईईएलटीएस टेस्ट में सौरव अरोड़ा ने ८, सिमरनप्रीत सिंह, सरताज सिंह, पवनदीप कौर, जर्मनजीत सिंह, बलप्रीत सिंह, सागर बत्तरा ने ७.५, शरणवीर कौर, किरणदीप कौर, अनुप्रीत कौर, अमनदीप कौर, सुखजीत सिंह, सुखमनप्रीत कौर, रजिंदर सिंह, लवप्रीत सिंह, जसप्रीत कौर, परमजीत ने ओवर ऑल ७ बैंड हासिल किए है और अनेकों ही डिप्स के विद्यार्थी विदेशो में सफलतापूर्वक बसे हुए है और भारत का मान बढ़ा रहे है।
विद्यार्थियों को हर क्षेत्र में प्रोत्साहित करना डिप्स श्रृंखला के मुख्य उद्देश्यों में से एक है। अपनी इसी वचनबधता को दोहराते हुए डिप्स चेन निरंतर छात्रों के संपूर्ण विकास के प्रति कार्यरत है। विद्यार्थियों की जूम कक्षाओं के माध्यम से पब्लिक स्पीकिंग की खास तैयारी अध्यापकों के द्वारा करवाई जा रही है।
डिप्स के एमडी सरदार तरविंदर सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समय की मांग और बदलते परिवेश को ध्यान में रखते हुए संस्थान द्वारा होनहार छात्रों को हर वाजिब सुविधा दी जा रही है ताकि विद्यार्थी अपने सपनों की उड़ान को सार्थक कर सकें।
आज युवा वर्ग को बहुआयामी सोच का धारनी होना होगा ताकि प्रतियोगिता के इस दौर में अपना मुकाम बना सकें। ये विचार संस्थान के सीएओ रमनीक सिंह और जशन सिंह ने व्यक्त किए।
डिप्स श्रृंखला की सीईओ मोनिका मंडोतरा ने बताया कि ग्लोबल शिक्षा और दृष्टिकोण छात्रों को विदेशों में बढ़िया ढंग से सेटल होने में मदद करता है। इसी वजह से डिप्स विदेश जाने की चाह रखने वाले विद्यार्थीयों के लिए शुभता का प्रतीक बन चुका है।
एमडी सरदार तरविंदर सिंह ने अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अभिभावकों के लिए डिप्स अब लक्की चार्म बन गया है और ये विश्वास किसी उपलब्धि से कम नहीं है।
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