Prabhat Times
जालंधर। पर्यावरण को बचाने के लिए और लोगों को प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल ना करने के प्रति जागरूक करने के लिए डिप्स (Dips) स्कूल के सभी विद्यार्थियों ने कागज और कपड़े से बने लिफाफे और बैग बनाए और इस्तेमाल करने का संदेश दिया।
डिप्स के सभी स्कूलों में पेपर बैग एक्टिविटी करवाई गई जिसमें विद्यार्थियों ने अपने घरों में पड़ी पुरानी अख़बारों, कागजों और कपड़ों का इस्तेमाल करते हुए बहुत ही सुंदर बैग और लिफाफे बनाएं। इन लिफाफों और बैग को उन्होंने अपने हाथ से बने हुए विभिन्न तरह के क्राफ्ट, ड्रॉइंग के साथ डेकोरेट किया।
कुछ विद्यार्थियों ने अपने लिफाफे पर से नो टू प्लास्टिक का संदेश लिखा विद्यार्थियों के साथ इस गतिविधि में उनके पेरेंट्स ने भी भाग लेते हुए विभिन्न डिजाइंस में पेपर बैग बनाए और वादा किया कि वह प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
इस दौरान स्कूल टीचर्स ने विद्यार्थियों को बताया कि प्लास्टिक का इस्तेमाल करना हमारे पर्यावरण के लिए बहुत ही खतरनाक होता है।
इसे हम ना ही जला सकते हैं ना ही मिट्टी में दबा कर खाद बना सकते हैं। यह सालों तक इसी तरह धरती पर पड़े रहते हैं और प्रदूषण का कारण बनते हैं वहीं अगर यह नालियों में चले जाए तो नालियां बंद हो जाती है और अगर जानवर खा ले तो उनकी जान भी जा सकती है।
एमडी तरविंदर सिंह ने कहा कि प्लास्टिक जब नष्ट करने के लिए हम जलाते हैं तो उसने से बहुत ही खतरनाक रसायन निकलते हैं जो जिस जगह पर गिरते हैं उस जगह को बंजर बना देते हैं इसलिए प्लास्टिक को कभी भी जलाना नहीं चाहिए जितना हो सके प्लास्टिक के लिफाफे का कम इस्तेमाल करना चाहिए।
सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने कहा कि बच्चों ही नहीं बड़ों को भी इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह जब भी घर से बाहर जाए तो प्लास्टिक बैग की जगह पर कपड़े, जूट से बना बैग कागज के लिफाफे का इस्तेमाल करें।

ये भी पढ़ें