Prabhat Times

नई दिल्ली। (election commission ban on rally and road shows will continue) भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से लगाई गई रैली और रोड शो पर पाबंदियां जारी रहेंगी. आयोग ने शनिवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया है. हालांकि, आयोग ने इस बार सियासी दलों को प्रचार में थोड़ी छूट दी है. इससे पहले आयोग ने इंडोर बैठकों में अधिकतम 300 लोगों या हॉल की 50 फीसदी क्षमता के साथ बैठक की अनुमति दी थी.
चुनावी रैलियों, जुलूस और रोड शो पर पाबंदियां इस हफ्ते भी जारी रहेंगी. सूत्रों के मुताबिक कोरोना संक्रमण और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा के लिए रखी गई चुनाव आयोग की बैठक में इस पर सहमति बनी है. सूत्रों का कहना है कि प्रचार के दूसरे तरीकों में कुछ छूट दी गई है.
शनिवार को हुई इस बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ सभी आयुक्त और उपायुक्त शामिल हुए. इसके अलावा उच्च अधिकारी और पांचों चुनावी राज्यों के मुख्य निर्वाचन आयुक्तों ने भी बैठक में हिस्सा लिया.
बैठक में राज्यों के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य और मुख्य सचिव ने टीकाकरण और संक्रमण को लेकर अब तक की प्रगति पर जानकारी दी. इनसे बातचीत और चर्चा के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के साथ समीक्षा बैठक हुई. जिसके बाद पाबंदी जारी रखने का फैसला लिया गया. निर्वाचन आयोग चाहता है कि टीकाकरण का आंकड़ा और मजबूत हो.
सूत्रों के मुताबिक पहले चरण का चुनाव प्रचार पिछले चुनावों की तरह अगर 72 घंटे पहले ही बंद होगा तो उससे संभवत: हफ्ते भर पहले छूट मिल सकती है. सूत्रों का कहना है कि छूट मिलेगी भी तो पाबंदियों के साथ. यानी आयोग लगाम में ढील तो देगा लेकिन लगाम हाथ में ही रखेगा.
चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक छोटी सभाएं, घर घर संपर्क अभियान जैसी चीजों को लेकर छूट बढ़ाने पर भी बात हुई है. पाबंदियां लागू रखने के पीछे की वजह ये बताई जा रही है कि मणिपुर में टीकाकरण की सुस्त रफ्तार से आयोग असंतुष्ट है.
पंजाब में भी टीकाकरण की रफ्तार बढ़ी तो है, लेकिन लक्ष्य तक पहुंचने में वक्त लगेगा. हालांकि गोवा, उत्तराखंड और यूपी में टीकाकरण और संक्रमण दोनों में काफी सुधार किया है.

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