Prabhat Times
जालंधर। महानगर जालंधर में आज जगह जगह धरनें (Protest) चल रहे हैं। शिअद-बसपा, (SAD-BSP) भारतीय किसान यूनिअन अगर बिजली कटों को लेकर सड़कों पर हैं तो उधर, कांग्रेसी पैट्रोल डीज़ल की बढ़ती कीमतों को लेकर शहर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। शिअद-बसपा और किसान यूनिअन जहां कांग्रेस सरकार को कौस रही है तो उधर, कांग्रेसी धरना देकर मोदी सरकार पर बरस रहे हैं। जालंधर के लगभग हर मार्ग, हाईवे पर चल रहे धरनों के कारण भीषण गर्मी में खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बिजली कटों तथा पैट्रोल डीज़ल की कीमतों में लगातार वृद्धि के कारण आम जनता में हाहाकार मचा हुआ है। इन मुद्दों पर आज कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल, बसपा, किसान यूनिअन सड़कों पर उतर आए हैं। कांग्रेस द्वारा शहर के बीचों बीच धरना दिया गया। जिसमें पूर्व मंत्री अवतार हैनरी भी पहुंचे। कांग्रेस ने मोदी सरकार का पूतला फूंका। कांग्रेसी वर्करों ने स्लोगन अच्छे दिन नहीं चाहिए के बोर्ड पकड़े हुए थे। पूर्व मंत्री अवतार हैनरी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि सरकार ने आम जनता का जीना मुहाल कर दिया है। मंहगाई चर्म पर पहुंच चुकी है।
उधर, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शिरोमणि अकाली दल-बसपा के नेताओं द्वारा अपने अपने विधानसभा हल्के में धरने दिए जा रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ भारतीय किसान यूनिअन ने भी जालंधर फगवाड़ा, जालंधर नकोदर हाईवे पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया है।
बता दें कि पंजाब में अघोषित बिजली कटों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल के सभी विधानसभा हलकाें में धरना के तहत पूर्व विधायक सरबजीत सिंह मक्कड़ युवा नेता सुखमिंदर सिंह राजपाल और कार्यकर्ता पावर कॉम के हेड क्वार्टर शक्ति सदन के बाहर धरने पर बैठ गए हैं।
इसके अलावा यह धरना चिकचिक हाउस चौक के पास पावरकॉम ऑफिस, पठानकोट चौक में पावरकॉम ऑफिस और शक्ति सदन के सामने लगाया गया है। पूर्व विधायक सरबजीत सिंह मक्कड़ शक्ति सदन के सामने कार्यकर्ताओं के साथ धरना दे रहे हैं जबकि पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया चिक चिक हाउस चौक के पास मेन रोड पर तंबू लगाकर धरने पर बैठे हैं। बता दें कि अकाली दल और बसपा नेताओं का यह संयुक्त धरना है।
उधर, पठानकोट चौक में भी धरना जारी है। चौक में चारों तरफ जाम किया गया है। ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प हो चुकी है। अकाली नेताओं का आरोप है कि उनकी सरकार के समय पंजाब में बिजली सरपरस्ती और कभी भी ऐसी नौबत नहीं आएगी। आपात स्थिति में कट लगाने पड़े लेकिन अब इंडस्ट्री को बंद किया जा रहा है, आम लोगों को बिजली नहीं मिल रही है और सरकारी दफ्तरों में भी समय बदलना पड़ा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं और मिसमैनेजमेंट के कारण पंजाब के लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

डाक्टर दलजीत चीमा के नेतृत्व में हुआ अनोखा प्रदर्शन

उधर, रोपड़ में भी कैप्टन सरकार के खिलाफ डाक्टर दलजीत चीमा के नेतृत्व में जब्रदस्त प्रदर्शन किया गया। इस दौरान मुफ्त पक्खी सेवी की गई। शिअद-बसपा नेताओं ने धरना प्रदर्शन किया और कैप्टन भगाओ पंजाब बचाओ के नारे लगाए।

ये भी पढ़ें