Prabhat Times
जालंधर: शहर की पॉश कालोनी मोता सिंह नगर में हुए पूर्व पार्षद के बेटे के घर में हुई सी.आई.ए. स्टाफ की रेड का मामला नई रंगत लेने लगा है। एक तरफ तो रेड के बाद मौके पर ही आरोपियों को जमानत पर छोड़ दिए जाने के कारण पुलिस कार्रवाई पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
उधर, जुआ खेलने के आरोप में नामजद किए गए पूर्व डिवेल्पमैंट अधिकारी एच.पी.सिंह. के भाई तथा Heat 7 के मालिक एडवोकेट नवजोत सिंह ने पुलिस रेड के बड़ी राजनीतिक साजिश बताया है।
बता दें कि करीब 7.30 बजे शाम को सी.आई.ए. स्टाफ की ‘अतिउत्साहित’ टीम ने पूर्व पार्षद दर्शन सिंह के मोता सिंह नगर में रहते बेटे तथा पार्षद चुनाव लड़ चुकी अनूप कौर के घर में छापेमारी की।
पुलिस का दावा रहा कि घर से पुलिस ने अनूप कौर के पति एच.पी. सिंह., जतिन्द्र वासी करोल बाग, करण नंदा वासी पंजाबी बाग तथा सिद्दकपाल सिंह वासी बस्ती शेख को गिरफ्तार किया। पुलिस ने मौके से 2.5 लाख नकद बरामदगी भी की।

पुलिस कार्रवाई पर सवालिया निशान!

सवा करोड़ की रिकवरी के पश्चात अतिउत्साहित सी.आई.ए. स्टाफ की टीम की कार्रवाई पर सवालिया निशान लग रहा है। आरोप है कि पुलिस ने अगर जुआ खेलने के आरोप में लोगों को पकड़ा था तो उन्हे थाना क्यों नहीं ले कर गए। उन्हें वहीं पर जमानत लेकर क्यों छोड़ दिया गया।
ऐसा क्यों हुआ? विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि पकड़े गए जुआरी शहर के प्रतिष्ठित राजनीतिक घरानों से जुड़े हुए हैं। राजनीतिक पृष्ठभूमि और शहर के प्रतिष्ठित घरानों से नज़दीकीयों के कारण पुलिस रेड के बाद फोन बजने लगे।
लेकिन मामला मीडिया तक पहुंच जाने के कारण मौके पर ही निबटना मुश्किल हो गया। इसलिए पुलिस ने रेड के बाद कानूनी कार्रवाई के अपने नियम ही बदल दिए। सर्वविदित है कि पुलिस कहीं से भी किसी भी आरोपी को पकड़ती है तो उसे थाना ले जाकर कानूनी कार्रवाई पूरी होने के बाद ही जमानत ली जाती है।
लेकिन लगातार फोन की घंटिया बजने के कारण सी.आई.ए. स्टाफ की अतिउत्साहित टीम का उत्साह धरा का धरा रह गया। जिस ए.सी. रूम में जुआ खेलते जुआरियों को पकड़ा गया, उसी ए.सी. रूम में ही पुलिस कर्मचारियों को बैठ कर जमानत के दस्तावेज लिख कर कानूनी औपचारिकता पूरी करनी पड़ी।
हैरानीजनक तथ्य ये भी है कि जुआ पकड़ने संबंधी अभी पुलिस ने केस भी दर्ज नहीं किया था, लेकिन जमानत उन्हें पहले ही लेनी पड़ी। सूत्रों का कहना है कि पुलिस कर्मचारी अब सी.आई.ए. स्टाफ पहुंच कर उल्टे सीधे दस्तावेजों को सीधा करने में लगे हुए हैं।

राजनीतिक साजिश के तहत हुई पुलिस की रेड: एडवोकेट नवजोत

जुआ खेलने के आरोप में नामजद हुए एच.पी. सिंह के भाई तथा हीट सैवन के मालिक एडवोकेट नवजोत सिंह ने इस सारे मामले को राजनीतिक साजिश बताया है। उन्होने बताया कि उनके परिवार की छवि धूमिल करने के लिए रंजिशन ये कार्रवाई की गई है।
एडवोकेट नवजोत सिंह ने ईलाके के एक जनप्रतिनिधि का नाम लेते हुए साजिश रचने के आरोप लगाए हैं। एडवोकेट नवजोत ने बताया कि उनके भाई एच.पी. सिंह मोता सिंह नगर में रहते हैं।
पुलिस रेड मोता सिंह नगर में हुई है, न कि दर्शन सिंह के घर में। एडवोकेट नवजोत ने बताया कि हीट सेवन के साथ एच.पी. सिंह का कोई संपर्क नहीं है।