Prabhat Times
चंडीगढ़। (Agriculture Bill) करीब दो महीने से राज्य में बंद पड़ी रेल आवाजाई अब बहाल होगी। करीब 50 दिन बाद पंजाब की रेल पटरी पर ट्रेन सरपट भागेगी।
लेकिन साथ ही केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे न मानी गई तो 10 दिसंबर से दोबारा रेलवे ट्रैक ब्लाक होंगे।
बता दें कि कृषि विधेयक के कारण पंजाब के किसान आंदोलन की राह पर हैं। मामला न सुलझता देख कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने आज किसानों के साथ बैठक की थी।
पंजाब के कैप्टन अमरेंद्र सिंह की मध्यस्थता के कारण किसान रेल ट्रैक दोबारा बहाल करने पर राज़ी हो गए हैं।
पैसेंजर और मालगाड़ियां को पंजाब में चलाने के लिए किसान संगठनों ने मंजूरी दे दी हैं। सोमवार से राज्य में पैसेंजर और माल गाड़ियां चलेंगी।
इसके साथ ही किसान जत्थेबंदियों ने ये भी स्पष्ट किया है कि ये फैसला पंजाब या केंद्र सरकार के दबाव में नहीं बल्कि राज्य के लोगों के हित में तथा राज्य के आर्थिक हालात को देखते हुए लिया गया है।
ट्रेन चलने की अनुमति देते हुए किसान जत्थेबंदियों ने केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीेमेटम भी दे दिया है।
कहा गया है कि अगर मांगे न मानी गई तो 10 दिसंबर से दोबारा रेल ट्रैक ब्लाक हो जाएंगे।
किसानों का कहना है कि चाहे जत्थेबंदीया ने रेल चलाने की मंजूरी दी है, लेकिन संघर्ष जारी रहेगा।
रिलायंस पैट्रोल पंप, भाजपा नेताओं के दफ्तर तथा घरों के बाहर, टोल प्लाज़ा पर धरने जारी रहेंगे।

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