Prabhat Times
नई दिल्ली। कृषि विधेयक के विरोध में सिर धड़ की बाजी लगा चुके किसानों ने दिल्ली में प्रवेश और बुराड़ी ग्राउंड में प्रदर्शन करने की अनुमति के सरकार के फैसला को सिरे से ठुकरा दिया है।
बार्डर पर हुई बैठक के बाद किसान संगठनो के नेताओं ने कहा कि सर्वसम्मति से फैसला किया गया है कि वे कहीं नहीं जाएंगे और यहीं पर अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।किसानों के इस फैसले से केंद्र और दिल्ली सरकार की परेशानियां और बढ़ा दी हैं।

भारतीय किसान यूनियन पंजाब के जनरल सेक्रेट्री हरिंदर सिंह ने कहा है, “हमने फैसला किया है कि हम यहां से कहीं नहीं जाएंगे और अपना विरोध प्रदर्शन यहीं करेंगे। रोज़ाना सुबह 11 बजे हम मुलाकात करेंगे और अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे।”
नैशनल हाईवे -1 पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर हज़ारों लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। एक तरह से दिल्ली का हरियाणा, पंजाब से बिल्कुल डिस्क्नैक्ट हो चुका है।
दिल्ली जाने पर अड़े हजारों किसान पिछले 24 घंटे से सिंघू बॉर्डर पर जमे हुए हैं। जिसकी वजह से नेशनल हाइवे-44 पर सिंघु राई बीसवां मील चौंक से बॉर्डर तक करीब सात किमी लंबा जाम लग गया है।
जाम के मद्देनजर पुलिस पानीपत की ओर से आने वाली गाड़ियों को सोनीपत और खेवड़ा की ओर डायवर्ट कर रही है। जाम की वजह से दैनिक यात्रियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वे पैदल ही जाने को मजबूर हो रहे हैं।

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