Prabhat Times
नई दिल्ली। कृषि बिल (farm laws) को लेकर पनपा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार की हर कोशिश विफल जा रही है। बीते दिन केंद्र सरकार द्वारा डेढ दो साल के लिए कानूनों को सस्पेंड करने के सुझाव को भी आज किसानों ने ठुकरा दिया है। दिन भर करीब 7 घण्टे तक किसान जत्थेबंदियों की बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया है।
बता दें कि बीते दिन बैठक में केंद्र सरकार ने किसानों को सुझाव दिया था कि कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता बल्कि फिलहाल डेढ दो साल के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है। साथ ही कमेटी बना कर इन बिलों पर चर्चा जारी रहेगा। इसके पश्चात अगली बैठक 22 जनवरी को रखी गई है।
इससे पहले आज किसान जत्थेबंदियों की बैठक दिन भर हुई। रात करीब 9.30 बजे खत्म हुई बैठक के बाद किसान जत्थेबंदियों ने ऐलान किया कि उन्हें सरकार का कोई सुझाव मंजूर नहीं है। कृषि बिलों को वापस लेने के अतिरिक्त उन्हें कुछ भी मंजूर नहीं है। वे सरकार के किसी भी झांसे में आने वाले नहीं है।
किसानों ने कहा कि आज की बैठक में 26 जनवरी की ट्रैक्टर रैली को लेकर भी रणनीति तैयार की गई है। किसानों द्वारा केंद्र के प्रस्ताव को ठुकरा दिए जाने के बाद अब एक बार फिर गतिरोध बरकरार है। अब देखना ये है कि 22 जनवरी को होने वाली बैठक में केंद्र का क्या रूख रहता है।
इसी बीच पता चला है कि किसानों के इस फैसले के तुरंत बाद कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे है। किसानों के प्रस्ताव ठुकराने के पश्चात अब केंद्र का अगला पैंतरा क्या होगा, इसके साथ ही ट्रैक्टर रैली को लेकर किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच भी बैठक है। इस लिहाज़ से कल यानिकि शुक्रवार का दिन बेहद अहम माना जा रहा है।
मनजिन्द्र सिंह सिरसा यू.पी. में गिरफ्तार
इसी बीच देर रात यू.पी. पुलिस ने वरिष्ठ अकाली नेता और दिल्ली गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनजिन्द्र सिंह सिरसा को गिरफ्तार कर लिया है। मनजिन्द्र सिहं सिरसा यू.पी. की पीलीभीत ईलाके में ट्रैक्टर रैली के लिए किसानों को मिलने के लिए पहुंचे थे। जहां पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। मनजिन्द्र सिरसा ने बातचीत में कहा है कि उन्हें क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है, नहीं पता। पुलिस धक्केशाही कर रही है।

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