Prabhat Times
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा ऐलान किया। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं भी किसानों के समर्थन में उपवास करूंगा।
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को बदनाम कर रही है। उन्हें देशद्रोही कहा जा रहा है।
केंद्र को अपना अहंकार छोड़कर कानून को वापस करना चाहिए। इस कानून से देश मे मंहगाई बढ़ेगा। देश हर व्यक्ति किसानों के साथ है।
केजरीवाल ने कहा कि वो भले बिजी हो पर हर आदमी का समर्थन है। आम आदमी भी बिल से खुश नही है।
इससे अनाज की जमाखोरी बढ़ेगी। मगर कानून में करवाई का प्रावधान नहीं होगा।
बता दें कि किसान आंदोलन का आज 18वां दिन है। किसान अभी दिल्ली बॉर्डर पर डटे हुए हैं।
इस बीच रविवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सोम प्रकार गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास पहुंचे हुए हैं।
इसके साथ-साथ और भी नेता साथ में हैं। बता दें कि किसानों का आंदोलन दिन पर दिन नया रूप लेता जा रहा है।
इधर, आगामी 14 दिंसबर को देशभर में जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन और मंत्रियों, सांसदों, विधायकों के घेराव के लिए किसान संगठनों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
दिल्ली के सिंघु बार्डर पर डटे किसान नेता शनिवार सुबह से ही ट्रेड-बैक यूनियन, रेल-ट्रांसपोर्ट यूनियन, पेंट्रोल पंप संगठन आदि के पदाधिकारियों से समर्थन जुटाने के लिए निकल गए।

पंजाब के भाजपा नेताओं से अमित शाह की बैठक

कृषि कानूनों के मुद्दे पर केंद्र सरकार और किसान संघों के नेताओं के बीच सियासी संघर्ष जारी है।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की पंजाब बीजेपी नेताओं के साथ अहम बैठक जारी है। इस बैठक में सोम प्रकाश और अश्विनी शर्मा समेत कई अन्य नेता शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक अमित शाह कृषि कानूनों की वापसी की मांग और किसान आंदोलन को लेकर पार्टी के नेताओं के साथ आगामी रणनीति तैयार करने में जुटे हैं।
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की थी।

जल्द होगी किसान नेताओं के साथ बैठक

बैठक के बाद सोम प्रकाश ने कहा था कि आने वाले दिनों में किसान आंदोलन अप्रासंगिक हो जाएगा।
यह भी संभव है कि किसान संघों के नेताओं की पकड़ अपने-अपने यूनियनों पर से कमजोर पड़ जाए।
कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि हम किसानों और उनके प्रतिनिधियों के संपर्क में हैं। मुझे लगता है कि जल्द ही किसान नेताओं के साथ अगली बैठक होगी।
दो कदम अगर किसान आगे बढ़ेगा तो दो कदम सरकार आगे बढ़ेगी। तभी जाकर इसका हल निकल सकता है।

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