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नई दिल्ली। (Cricket) खेल जगत में मैदान पर होने वाली कुछ घटनाएं ऐसी है जिन्हें आसानी से भुलाया नहीं जा सकता। ये हैं उस खेल से जुड़े एक अहम नियम या कला का पहला मौका या पहली बार जब वैसा हुआ।
हम यहां आपको बताने जा रहे हैं कि क्रिकेट इतिहास में पहली बार जब छक्का लगा था। वो आज ही की तारीख थी। छह रन हासिल करने का वो पहला शॉट आसान नहीं था और इसी वजह से वो किस्सा भी दिलचस्प बन गया।
आज से ठीक 123 साल पहले 14 जनवरी 1898 को क्रिकेट जगत का पहला छक्का देखने को मिला था। टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1877 में हुई थी और 1898 के उस मैच तक 54 टेस्ट मैच खेले जा चुके थे। टेस्ट इतिहास के उस 55वें मैच में इंग्लैंड और मेजबान ऑस्ट्रेलिया की टीमें एडिलेड के मैदान पर खेल रही थीं।
उन दिनों खिलाड़ी को छह रन मिलते थे लेकिन वो ओवरथ्रो के जरिए होता था लेकिन बल्ले से तब तक कोई छक्का या छह रन नहीं मिले थे।
वहीं उन दिनों अगर आपके किसी शॉट पर गेंद बाउंड्री पार करती थी, तो उसके लिए आपको 5 रन मिलते थे। अगर आपको एक शॉट के दम पर छह रन हासिल करने थे तो आपको गेंद को स्टेडियम से बाहर पहुंचाना होता था।
इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के जो डार्लिंग ने अपना शतक पूरा करने के लिए एक शॉट जड़ा और गेंद मैदान से बाहर जाकर गिरी और उनको छक्का दिया गया।
वो पहला मौका था जब किसी बल्लेबाज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में छक्का जड़ा। बाद में नियम बदलते गए, चीजें बदलती गईं और देखते-देखते बाउंड्री से बाहर सीधे हवाई शॉट लगाने पर छक्का दिया जाने लगा।
जो डार्लिंग ने उस दिन 178 रनों की पारी खेली जिस दौरान उनके बल्ले से 26 चौके और 3 छक्के निकले।
ऑस्ट्रेलिया ने बाद में वो मुकाबला 13 रनों से जीता था और डार्लिंग ने विजयी शॉट पर छक्का जड़कर ही अपनी टीम को जीत दिलाई थी। ऑस्ट्रेलिया ने वो टेस्ट सीरीज 4-1 से अपने नाम की थी।

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