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चंडीगढ़। (former minister bharat bhushan ashu did not get relief) पंजाब के पूर्व फूड एवं सिविल सप्लाई मिनिस्टर भारत भूषण आशू टैंशन में है। उन्हें गिरफ्तारी का डर सता रहा है। टेंडर घोटाले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने आशु को राहत नहीं दी है।
आशू ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। इसमें आशू ने मांग की थी उन्हें गिरफ्तार करने से पहले 7 दिन का नोटिस दिया जाए।
मंगलवार को हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद आशू को कोई राहत न देते हुए अगली सुनवाई 6 जुलाई को तय कर दी।
आशू पर पंजाब का फूड एवं सिविल सप्लाई मिनिस्टर रहते हुए अपने महकमे में 2 हजार करोड़ रुपए के टेंडर में घोटाले का आरोप है। विजिलेंस ब्यूरो इसकी जांच कर रहा है।
आशू ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में कहा कि उनके खिलाफ अगर कोई शिकायत है तो सही ढंग से उसकी जांच की जाए।
राजनीतिक बदलाखोरी के मकसद से पंजाब की AAP सरकार कार्रवाई न करे।
आशू की अपील थी कि विजिलेंस यदि कार्रवाई करती है तो उससे पहले उन्हें 1 हफ्ते का नोटिस दिया जाए।
जांच में उन्हें शामिल किया जाए। हाईकोर्ट में मंगलवार को आशू की याचिका पर सुनवाई हुई। अदालत ने सुनवाई के बाद अगली तारीख 6 जुलाई तय कर दी।
बता दें कि आशू पर छोटे ठेकेदारों ने आरोप लगाए थे कि पंजाब की मंडियों में लेबर और ट्रांसपोर्टेशन के टेंडर में गड़बड़ी की गई।
छोटे ठेकेदारों को नजरअंदाज कर 20-25 लोगों को फायदा पहुंचाया गया। इस मामले में विजिलेंस जांच चल रही है।

आशू बता चुके साजिश

पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू इसे साजिश करार दे चुके हैं। उनका कहना था कि टेंडर डीसी की अगुआई वाली कमेटियां अलॉट करती हैं।
सियासी बदलाखोरी की वजह से AAP सरकार ऐसा कर रही है। आशू की पार्षद पत्नी ममता आशू ने भी कहा था कि अगर उनके पति ने गलत काम किया तो सजा दे दो।
लेकिन CM भगवंत मान प्रदेश की समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

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