Prabhat Times
जांलधर। महानगर में गैस सिलैंडरो की ब्लैक मार्किटिंग का धन्धा जोरों पर चल रहा है। पहले तो भरे हुए गैस सिलैंडरो से गैस चोरी कर बेचने का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा था, लेकिन आज कुछ ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें पुलिस ने गैस सिलैंडर तो अलग अलग कंपनीज़ के पकड़े, लेकिन सभी सिलैंडर पर सील एक ही कंपनी की लगी हुई थी।
हालांकि पहले पुलिस ने मामले में कार्रवाई के लिए दिलचस्पी दिखाई, लेकिन दिन ढलते ही मामला रफा दफा कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक थाना नंबर 1 की पुलिस ने आज दोपहर के समय एक टैंपू को ज़ब्त किया। जिसमें आई.ओ.सी., बी.पी.सी., एच.पी.सी. कंपनीज़ के गैस सिलैंडर लद्दे हुए थे। पुलिस ने गैस सिलैंडर ज़ब्त करके बेहद ही तेजी से मामले की जांच शुरू की।
जांच के दौरान अहम बात ये सामने आई कि ज़ब्त किए गए सिलैंडर तो अलग अलग कंपनीज़ के थे, लेकिन उन पर सील सिर्फ एक ही कंपनी बी.पी.सी. की लगी हुई थी।
पुलिस ने जांच तेजी से आगे बढ़ाई। जांच में पता चला कि गैस सिलैंडर से लद्दा टैंपू फगवाड़ा के किसी व्यक्ति का है। थाना नम्बर 1 के एस.एच.ओ. राजेश ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए बरामद गैस सिलैंडरो के बारे में जांच के लिए आई.ओ.सी.,बी.पी.सी. तथा एच.पी.सी. के अधिकारियों को थाना बुला लिया।
जांच में अधिकारियों ने पुलिस को बता दिया कि ये गैर कानूनी है। गैस सिलैंडर तो उनकी कंपनी के हैं, लेकिन उन पर लगी सील एक ही कंपनी की होने के कारण ये गैर कानूनी है। क्योंकि गैस सिलैंडर पर सील भी उसी कंपनी की होती है, जिस कंपनी का सिलैंडर हो।
पुलिस ने मामले की जांच और तेजी से की। लेकिन कुछ ही देर में पुलिस की जांच रूक गई। देर शाम पता चला कि पुलिस ने बिना कार्रवाई के ही सिलैंडरो से भरा टैंपू बिना कार्रवाई के ही छोड़ दिया।

क्या कहते हैं एस.एच.ओ. राजेश ठाकुर

देर शाम संपर्क करने पर थाना नम्बर 1 के एस.एच.ओ. राजेश ठाकुर ने बताया कि कुछ भी गैर कानूनी नहीं था। किसी भी कंपनी ने आब्ज़ैक्शन नहीं किया। इसलिए टैंपू छोड़ दिया गया। लेकिन जब उनसे पूछा गया कि गैस सिलैंडरो पर एक ही कंपनी की सील थी तो उन्होने कहा कि किसी कंपनी के अधिकारी ने आब्जैक्शन नहीं किया, आब्जैक्शन करते तो कार्रवाई होती।

आई.ओ.सी. के अधिकारी ने कहा कि ये गैरकानूनी

आई.ओ.सी. के सेल्ज़ अधिकारी आकाश से इस बारे में बात की गई तो उन्होने कहा कि उनकी कंपनी के गैस सिलैंडरो पर भी दूसरी कंपनी की सील थी। जो कि गैर कानूनी है। आकाश ने बताया कि उनकी तरफ से पुलिस को बता दिया गया था कि ये गैर कानूनी है। अब पुलिस ने ये अवैध सिलैंडर क्यों छोड़े, इस बारे में वे कुछ नहीं कह सकते।