Prabhat Times
नई दिल्ली। (govt has decided to re-open kartarpur sahib corridor) श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व से पहले केंद्र सरकार ने फिर से करतारपुर कॉरिडोर खोलने का फैसला किया है. गुरु पर्व 19 नवंबर को है, इससे पहले मोदी सरकार सिख तीर्थयात्रियों के हित में ये बड़ा फैसला किया है. इसे 16 मार्च, 2020 को कोरोना महामारी के कारण बंद कर दिया गया था.
मंगलवार को पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की थी कि सिख संगत की भावनाओं का सम्मान करते हुए 19 नवंबर से पहले करतारपुर कॉरिडोर खोल दिया जाए. इससे पहले पंजाब के बीजेपी नेताओं ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस दौरान नेताओं ने उनसे अनुरोध किया कि गुरुपर्व से पहले करतारपुर कॉरिडोर को पुन: खोला जाए.

पंजाब की कैबिनेट जाएगी दर्शनों के लिए

करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए सी.एम. चरणजीत चन्नी ने कहा कि 18 नवंबर को पंजाब की पूरी कैबिनेट दर्शनों के लिए करतारपुर साहिब जाएंगे। पूर्व सी.एम. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी केंद्र सरकार का धन्यवाद किया है।

सिद्धू गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक पहुंचे थे

पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिद्धू 9 नवंबर को गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक पहुंचे थे. यहां सिद्धू ने करतारपुर कॉरिडोर को खुलवाने के लिए अरदास की. सिद्धू ने कहा थाकि मुझे विश्वास है कि बाबा (गुरु नानक देव जी) के आशीर्वाद से कॉरिडोर खोला जाएगा. मैं यहां एक विश्वास के साथ आया हूं. मैं अपने माता-पिता के निधन के बाद बाबा को अपना पिता मानता हूं. यह अनंत संभावनाओं का गलियारा है.

रावी नदी के किनारे है पवित्र स्थल

गौरतलब है कि करतारपुर कॉरिडोर के जरिए पाकिस्तान के कस्बे करतारपुर को पंजाब के गुरुदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक के साथ जोड़ा गया है. भारत से लगी सीमा से लगभग 4 किमी. दूर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रावी नदी के किनारे करतारपुर साहिब गुरुद्वारा सिखों का पवित्र तीर्थ स्थल स्थित है. ये लाहौर से करीब 120 किमी दूर स्थित है

 

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