नई दिल्ली (ब्यूरो): भारतीय हॉकी टीम को तीन गोल्ड मेडल जीताने वाले हॉकी के दिग्गज बलबीर सिंह का रविवार सुबह निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और मोहली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती थे। पारिवारिक सूत्रों ने बताया था कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसके बाद से वह वेंटिलेटर पर थे। उनके विभिन्न अंगों पर असर पड़ा था। 95 वर्ष के बलबीर को पिछले साल सांस संबंधी तकलीफ के कारण कई सप्ताह चंडीगढ के पीजीआईएमईआर में बिताने पड़े थे।

बलबीर सिंह ने लंदन6 (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न (1956) ओलिंपिक में भारत के स्वर्ण पदक जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। हेलसिंकी ओलिंपिक में नेदरलैंड के खिलाफ 6-1 से मिली जीत में उन्होंने पांच गोल किए थे और यह रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है। वह 1975 विश्व कप विजेता भारतीय हॉकी टीम के मैनेजर भी रहे थे।

हेल्सिंकी ओलंपिक केफाइनल मैच में उन्होंने हॉलैंड के खिलाफ फाइनल मैच 5 गोल दागे थे। जिसका रिकार्ड आज भी गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज है। साल 1954 में सिंगापुर टूर पर गई टीम इंडिया ने कुल 121 गोल किए थे, जिसमें 84 गोल अकेले बलबीर सिंह सीनियर के थे। साल 1955 में न्यूजीलैंड -आस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया ने 203 गोल किए, जिसमें 121 गोल बलबीर सिंह सीनियर के थे, यह वह दौर था, जब वर्ल्ड मीडिया ने उनके नाम के साथ गोल मशीन लगाना शुरू कर दिया था।