Prabhat Times

जालंधर। (Innocent Hearts Group paid Tribute to Father of Nation) इनोसैंट हार्टस के पांचों स्कूलों (ग्रीन टाऊन, लोहारां, सी.जे.आर., रॉयल वर्ल्ड, कपूरथला रोड), इनोसैंट हार्टस कालेज ऑफ एजुकेशन तथा इनोसैंट हार्टस मैनेजमैंट कालेज के विद्यार्थियों ने पूरे जोश व उत्साह के साथ गांधी जयंती मनाई, जिसमें छोटे बच्चों से लेकर कालेज तक के विद्यार्थियों ने विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से वर्चुअली भाग लिया।
इनोकिड्स के नन्हें-मुन्नों ने महात्मा गांधी जैसे परिधान पहनकर अपनी सेल्फी खींचकर अपनी फोटो को विद्यालय के फेसबुक के साथ टैग किया। के.जी.-1 व के.जी-2 के नन्हें बच्चों ने ‘मैं भी गांधी’ थीम के अंतर्गत परिधान पहने तथा उनके द्वारा दी गई शिक्षाओं तथा नैतिक मूल्यों द्वारा सशक्त संदेश दिया। कक्षा तीसरी व चौथी के बच्चों से आनलाइन ‘स्टोरी टेलिंग आन गांधी जी लाइफ’ करवाया गया, जो जूम पर था। इसमें बच्चों ने गांधी जी के जीवन व नैतिक-मूल्यों पर प्रकाश डाला।
इनोसैंट हार्टस कालेज ऑफ एजुकेशन जालंधर की एनएसएस इकाई ने भावी शिक्षकों में गांधीवादी मूल्यों, सत्य, अहिंसा, सादगी व सहिष्णुता के सिद्धांतों को विकसित करने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया। सभी छात्र-शिक्षकों ने ‘ओपन थाई आरमर्स टू चेंज, बट डोंट लेट गो ऑफ यूअर वैल्यू’ व्याख्यान में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिसमें रिसोर्स पर्सन भाषा प्रशिक्षक (एलुंना) सुश्री तन्वी ने महात्मा गांधी जी के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं को सुनाया, जिसमें उन्होंने बड़े साहस, दृढ़ संकल्प और धैर्य के साथ कठिनाइयों का सामना किया।
छात्र-शिक्षक नर्गिस जैतवानी, रितु, रजनी शर्मा, रिया लांबा व डोरास मल्होत्रा द्वारा एक नाटक-मंचन किया गया, जिसका उद्देश्य प्रायोगिक शिक्षा, नई तालीम, कार्य शिक्षा व सामुदायिक जुड़ाव पर गांधीवादी विचारों को बढ़ावा देना था। इनोसैंट हार्टस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंन में गांधी जयंती के अवसर पर राष्ट्र के स्वतंत्रता आंदोलन में उनके योगदान को रेखांकित करते हुए क्विज प्रतियोगिता, देशभक्ति गीत और कहानी-वाचन गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने गांधीवादी विचारधारा पर अपने विचार प्रस्तुत किए। शांति व सद्भाव का संदेश देने हेतु छात्रों द्वारा आनलाइन गूगल मीट प्लेटफार्म के माध्यम से मधुर कविताओं का पाठ किया गया। अध्यापिकाओं ने वर्चुअल कक्षाओं के दौरान बच्चों को गांधी जी की शिक्षाओं पर चलने के लिए पे्ररित किया तथा उनके नैतिक मूल्यों को जीवन में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।

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