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नई दिल्ली। (Embassy of Israel) इजरायल दूतावास के पास हुए बम धमाके में एक बड़ा खुलासा हुआ है. स्पेशल सेल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, बम में अमोनियम नाइट्रेट के इस्तेमाल का अंदेशा है, बताया जा रहा है कि इसमें छोटे-छोटे बॉल बेयरिंग का भी इस्तेमाल किया गया है. इस बीच घटनास्थल से दिल्ली पुलिस को एक लिफाफा मिला है. ये चिट्ठी इजरायली एम्बेसी के नाम है. इसमें लिखा है कि ये तो बस ट्रेलर है आगे और भी हमले हो सकते हैं.
बता दें कि बीती शाम इजरायली दूतावास के निकट धमाका हुआ. जिसमें तीन कारों के शीशे टूट गए. घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. बम धमाके की जांच तेजी से चल रही है. जिसमें हर पल नए खुलासे हो रहे हैं.
बता दें कि इजरायली दूतावास के पास जिंदल हॉउस के ठीक सामने शुक्रवार शाम ये धमाका हुआ है, लेकिन वहां सीसीटीवी काम नहीं कर रहा है. फिलहाल जांच कर रही एजेंसियों ने बाकी जगह के सीसीटीवी अपने कब्जे में कर लिए हैं और जांच की जा रही है.
जांच एजेंसियों को सॉफ्ट ड्रिंक की कैन के कुछ टुकड़े भी मिले हैं. शक है, इसके जरिये विस्फोटक तैयार हुआ है. जिस वक्त ये धमाका हुआ है, तब तक इजरायल दूतावास से लगभग सब लोग जा चुके थे, जिस वक्त धमाका हुआ उस वक्त कोई मूवमेंट नहीं हुआ, बम प्रेशर से फटा है इसलिए सड़क के दूसरी तरफ के कार के शीशे भी टूट गए थे.
पुलिस को मौके से एक और सीसीटीवी फुटेज मिली है, जिसमें साल 1970 का टाइम आ रहा है. इसमें लाइव फुटेज चल रही है, लेकिन पीछे की फुटेज को रिट्रीव करने में जांच एजेंसी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इजरायली एम्बेसी के पास हुए धमाके में मिले सीसीटीवी फुटेज में एक कैब दिखाई दी है, जिसने 2 लोगों को उस जगह पर उतारा था और उसके बाद कैब चली गई. दोनों संदिग्ध पैदल ही ब्लास्ट वाली जगह बम प्लांट करके गए थे और इसके बाद दोनों संदिग्ध वहां से पैदल ही निकले थे. स्पेशल सेल ने उस कैब चालक का पता लगाकर उससे पूछताछ की है. उसके हिसाब से संदिग्धों के हुलिए का खाका तैयार किया जा रहा है
सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस धमकी भरी चिट्ठी में ईरान की कुद्स फोर्स के कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी का नाम लिखा है. बता दें कि सुलेमानी ईरान के सबसे ताकतवर कमांडर थे. पिछले साल जनवरी में अमेरिका ने एक ड्रोन हमले में जनरल कासिम सुलेमानी को बगदाद में मार दिया था. सूत्रों के मुताबिक इस चिट्ठी में सुलेमानी के अलावा एक और शख्स का नाम लिखा है, जिसे ईरान ने शहीद का दर्जा दिया है.

दूसरी बार निशाने पर इजरायली दूतावास

ये दूसरा मौका है जब दिल्ली में इजरायल के दूतावास को निशाना बनाने की कोशिश की गई है. इससे पहले साल 2012 में इजरायल के राजनयिक तेल येहोशुआ और भारत के ड्राइवर एक ब्लास्ट में घायल हुए थे. ये एक मैगनेटिक ब्लास्ट था. इस हादसे में कुल चार लोग घायल हुए थे. उस वक्त भी इज़रायल ने इस हमले के लिए ईरान को ज़िम्मेदार ठहराया था.

इजरायल ने कहा ये आतंकी हमला

दिल्ली के पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने इजराइली दूतावास के पास हुए ब्लास्ट स्थल का दौरा किया है.  इजरायल की ओर से इसे आतंकी हमला करार दिया गया है. इस घटना को लेकर भारत सरकार बेहद सख्त है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने इजरायल के अपने समकक्ष से बात की है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट के बाद गृहमंत्री अमित शाह कोताजा हालात के बारे में बता दिया गया है.

इजराइल भी सख्त, दिल्ली पहुंच रही है जांच टीम

इजराइल दूतावास के पास हुए बम धमाके को लेकर इजराइल भी सख्त है, इजराइल से बम धमाके की घटना की जांच के लिए वहां की जांच एजेंसी से कुछ अधिकारी भेजे जा रहे हैं. इजराइली जांच एजेंसी के अधिकारी अपने नागरिकों के बारे में और उनसे जुड़ी सामरिक जगहों के बारे में जानकारी लेंगे. ये लोग जल्द ही दिल्ली पहुँचने वाले हैं. आज ही इनके पहुंचने की संभावना है. ये टीम भारतीय जांच एजेंसियों की मदद भी करेगी.

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