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जलालाबाद। (Jalalabad Election Violence) चुनावों के लिए नामांकन प्रक्रिया के दौरान शिअद सुप्रीमो सुखबीर बादल (Sukhbir Badal) की गाड़ी पर हुए हमले, पथराव, फायरिंग के मामले में जिला फाज़िल्का के एस.एस.पी. हरजीत सिंह ने बड़ा खुलासा किया है। एस.एस.पी. हरजीत सिंह ने कहा है कि जलालाबाद के कांग्रेसी विधायक रविन्द्र आवला व उनके बेटे जतिन के खिलाफ केस दर्ज ही नहीं किया गया है।
बता दें कि शिअद सुप्रीमो सुखबीर बादल ने घटना वाले दिन ही ऐलान किया था कि कांग्रेसी विधायक व उसके बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। लेकिन एस.एस.पी. हरजीत सिंह पत्रकार वार्ता में कांग्रेसी विधायक व बेटे को क्लीन चिट देते हुए बताया कि घटना संबंधी 5 लोगों को नामजद किया गया है।
पत्रकार वार्ता के दौरान जिला फाज़िल्का के एस.एस.पी. हरजीत सिंह ने बताया कि 2 फरवरी को तहसील कांप्लेक्स में अकालियों व कांग्रेसियों के बीच हुई हिंसक झड़प संबंधी दर्ज की गई एफ.आई.आर. में किसी का नाम नहीं था। अब पुलिस द्वारा वीडियो क्लिप, फोटोग्राफ के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। 5 आरोपियों को नामजद किया गया है। कई ऐसे भी चेहरे हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाई।
एस.एस.पी. ने बताया कि उक्त मामले में एसपी फाजिल्का द्वारा की गई जांच के दौरान विधायक रमिंद्र आवला व उनके बेटे जतिन आवला का हिंसा में कोई रोल नहीं पाया गया, जबकि अकाली दल के शहरी प्रधान अशोक अनेजा व उनके दो साथियों का भी हिंसा संबंधी कोई सबूत सामने नहीं आया। इस कारण इन्हें किसी मामले में नामजद नहीं किया गया।
जांच के बाद नामजद किए गए आरोपियों में दशमेश नगर निवासी दीपक वर्मा, गांधी नगर निवासी हरभगत सिंह, दशमेश नगर निवासी मोहन सिंह, बलजीत सिंह व बस्ती बाबा सरूप सिंह निवासी बलजिंद्र सिंह को शामिल किया है। एसएसपी हरजीत सिंह ने बताया कि उक्त हिंसक घटना के समय कुछ बाहरी जिलों से भी लोग शामिल थे, जिनमें से चार को नोटिस जारी करके पुलिस के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है।

तीन को लगी थी गोली

एसएसपी हरजीत सिंह ने बताया कि उक्त मामले में मंडी रोड़ावाली निवासी रणजीत सिंह, गांव चक्क जानीसर निवासी गुरसेवक सिंह, गांव झुग्गे लाल सिंह निवासी सोनू सिंह को गोली लगी थी, जबकि उक्त झड़प के दौरान गांव चक्क सुक्कड़ निवासी धीरज नरूला, गांव साधा सिंह निवासी पवन कुमार व गांव लखेके निवासी गुरप्रीत सिंह को चोटों आई थी। पुलिस के अनुसार उक्त सभी लोगों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं, जिन पर जांच जारी है।

झड़प के दौरान टूटी थी सुखबीर बादल की गाड़ी

उधर, झड़प के दौरान अकाली दल के प्रधान व सांसद सुखबीर सिंह बादल की गाड़ी पर किए गए पथराव से उनकी गाड़ी के शीशे टूट गए थे, जबकि इस दौरान कुल तीन गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई। इसके बाद सांसद सुखबीर सिंह बादल ने वर्करों के साथ पांच घंटे तक हाईवे पर धरना दिया था। तब पुलिस ने देर शाम एफआइआर दर्ज की, जिसके बाद यह धरना समाप्त हुआ था। एसएसपी हरजीत सिंह ने बताया कि इस दौरान सुखबीर बादल की दो व विधायक आवला के समर्थकों की दो गाड़ियों का नुकसान हुआ था।
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