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जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर में 11 पाकिस्तानी शरणार्थियों की मौत हुई है। फिलहाल मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। प्रथम दृष्टया जहरीली गैस या जहर खुरानी से हुई मौत बताई जा रही है। यह देचू थाने के लोड़ता क्षेत्र की घटना है।
देचू थाना अधिकारी हनुमानाराम मौके पर पहुंचे हैं। सभी मृतक पाकिस्तान से विस्थापित बताए जा रहे हैं। ये सभी लोग अचलावता गांव में खेती का काम करते थे। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

इतने शव मिलने से सनसनी, 6 वयस्क व 5 बच्चे शामिल

इलाके में एक साथ 11 शव मिलने से सनसनी का माहौल है। हर तरफ इसी की चर्चा हो रही है। स्थानीय लोग इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटना में 6 वयस्क व 5 बच्चों की मौत हुई है।
थानाधिकारी राजू राम ने बताया कि इनमें सात महिला फीमेल है और चार पुरुष है। इधर पुलिस लोगों से पूछताछ कर रही है। राजस्थान के सीमावर्ती गांवों में पाकिस्तान से आए शरणार्थी बड़े पैमाने पर शरण लिए हुए हैं। कई-कई गांव की लगभग पूरी आबादी ही पाकिस्तानी शरणार्थियों की है।

राखी बांधने आई बहन पर भी जताया जा रहा है शक

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस परिवार की एक बहन जो कि पेशे से नर्स है , यहां अपने भाई को राखी बांधने के लिए आई थी।
इसके बाद यही रहने लगी कुछ लोगों का यह भी कयास है कि बहन ने सबसे पहले इन 10 लोगों को जहरीला इंजेक्शन लगाया । उसके बाद स्वयं को इंजेक्शन लगा दिया।

12 लोग घटना के समय थे खेत में मौजूद

पुलिस की जांच के दौरान यह बात सामने आई कि इस परिवार में कुल 11 लोग थे और एक बहन यहां आई हुई थी। इसके बाद कुल 12 लोग यहां मौजूद थे, जिनमें से 11 लोगों की मौत हो गई ।
परिवार का एक सदस्य खेत के नलकूप की तरफ चला गया था और उसका कहना है कि रात को उसे वहीं पर नींद आ गई जब वह सुबह आया तो उसने देखा कि पूरा परिवार मौत की नींद सो चुका है।

मौके पर बुलाया गया एफएसएल टीम को

फिलहाल हादसे की जगह पर किसी को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है, जिस कमरे में यह हादसा हुआ वहां पर भी पुलिस ने प्रतिबंध लगा दिया है । अब पुलिस एफएसएल टीम के वहां पहुंचने का इंतजार कर रही है।
कहा जा रहा है कि एफएसएल टीम जगह पर सभी तरह के साक्ष्य जुटाकर इस मामले में खुलासे को सही दिशा दे सकती है।
आपको बता दें कि पुलिस इस मामले में हत्या आत्महत्या और हादसे सभी दृष्टिकोण से जांच कर रही है पुलिस की ओर से परिवार में जिंदा बचे एकमात्र सदस्य को भी शक की निगाह से देख जा रहा है।