Prabhat Times
जालंधर। (Khalistani zindabaad slogan PAP jalandhar) पंजाब में खालिस्तानी लहर तेज होती नज़र आ रही है। राज्य के विभिन्न शहरों में जगह जगह खालिस्तानी नारे दीवारों पर लिखे जाने का क्रम जारी है। आज एक बार फिर जालंधर के पी.ए.पी. की दीवारों पर खालिस्तानी नारे लिखे गए हैं।
इसमें अहम तथ्य ये है कि पी.ए.पी. की दीवारों पर लिखे खालिस्तानी नारे लिखे होेन की वीडियो विदेश बैठे खालिस्तान समर्थित गुरपतवंत सिंह पन्नू ने जारी करते हुए पंजाब के सी.एम. भगवंत मान को चेतावनी दी है।
गुरपतवंत पन्नू ने वीडियो जारी करते हुए चेतावनी दी है कि इसी पी.ए.पी. में रॉकेट से भी हमला किया जा सकता है।
बता दें कि आज सुबह उस समय पी.ए.पी. में अफरा तफरी मच गई जब गेट नंबर 1 के बाहर दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबादे के नारे लिखे गए। जब पता चला तो पुलिस कर्मचारियों ने मिटा दिए।
लेकिन मामला उस समय और गंभीर हो गया जब प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के गुरपतवंत पन्नू ने पी.ए.पी. की दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे होने संबंधी वीडियो जारी कर दिए। कमिश्नरेट पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

ये कहा वीडियो में

वाहेगुरू जी का खालसाआज खालिस्तान के कारकुनों ने पंजाब आर्मड पुलिस के हैड क्वार्टर जालंधर में खालिस्तान रैफरेंडम जिंदाबाद 26 जनवरी की आजादी की वोटों पर मुहर लगाई है।
पी.ए.पी. के बाहर 4 जुलाई 1955 लिखा गया है। क्योंकि जालंधर रेंज के आई.जी. के कमांड में 1955 को पहला हमला दरबार साहिब पर हुआ था। पूरे पंजाब दुनिया में दिखाने के लिए कि सिख कौम आजादी मांगती है। रैफरेंडम राही आजी मांगती है। पी.ए.पी. बाहर छापे लगाए हैं।
जहां कभी शहीद जनरल लाभ सिंह ने कातिल रैबिरो पर गोलियां चलाई थी। याद रखे भारतीय हुकुमत रैफरेंडम प्रोपेल्ड ग्रेनेड जिससे नारे लगाए हैं, ये रॉकेट प्रोपैल्ड ग्रेनेड सी किसी समय।
दोबारा बन सकता है रैफरेंडम प्रोपैल्ड ग्रेनेड राकेट में बदल जाएगा। जे सिख या खालिस्तान कारकूनों पर तशदद हुआ। भगवंत मान और मनदीप सिद्धू संगरूर में हमारे कारकून पकड़े हैं। छापे लगाने वाले।
सैंकड़े कारकुन तैयार हो चुके हैं। छापे लगाने को भी तैयार है। राकेट पकड़ने को भी तैयार है। सिर्फ सिख फॉर जस्टिस की मुहिम ने कलम की ताकत बताई है।
यही पी.ए.पी. के बाहर राकेट भी चल सकता था। 4 जुलाई 1955 को पहला हमला दुनिया में याद रखना, इस 4 जुलाई को हर घर में 1955 को हमले हमले को लेकर अरदास करनी है।
26 जनवरी को वोट होंगी पंजाब को भारतीय के कब्जे से आजाद करना। मुहिम खालिस्तान रैफरेंडीम की है। खालिस्तान जिंदाबाद।

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