Prabhat Times
नई दिल्ली। कृषि कानूनों (Agricultural Law) को लेकर चल रहे जब्रदस्त आंदोलन को लेकर चल रही किसान और केंद्र सरकार के बीच फिलहाल चर्म पर है।
अगर किसान अपने कृषि बिल वापस करवाने के फैसले पर अडिग हैं तो वहीं भाजपा सरकार भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। दोनों पक्षों में विवाद टलता नज़र नहीं आ रहा है।
एक तरफ किसान अपनी मांगो लेकर जब्रदस्त प्रदर्शन और पक्ष रख रहे हैं, वहीं अब भाजपा ने बिल वापस लेने से इंकार करते हुए देश में नई मुहिम शुरू करने जा रही है।
इसी बीच पता चला है कि किसानों के खिलाफ दिल्ली में महामारी एक्ट के अधीन केस दर्ज किया गया है। उधर, पंजाब के आढ़ती के मुनीम की मौत तथा दो आई.पी.एस. अधिकारियों के कोरोना पोज़िटिव होेन की भी खबर है।
कृषि कानून (Agricultural Law) को लेकर 16 दिन से सड़क पर डटे हुए किसानों (Farmer) और केंद्र सरकार (Central Government) के बीच जंग और लंबी होती दिख रही है.
केंद्र सरकार ने जहां कृषि कानून को रद्द करने से इनकार कर दिया है, वहीं किसान तीनों ही कृषि कानून को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं.
केंद्र सरकार के रुख को देखते हुए किसानों ने भी आंदोलन को और तेज करने का ऐलान कर दिया है.
किसानों के सख्त रवैये को देखते हुए बीजेपी भी अब आरपार की लड़ाई के मूड में आ गई है.
बीजेपी आज से देश के अलग-अलग शहरों में 700 प्रेस कॉन्फ्रेंस और चौपाल का आयोजन करेगी.
इस चौपाल के जरिए किसानों को कृषि कानून के फायदों के बारे में बताया जाएगा और किसानों को ये समझाने की कोशिश होगी कि नया कृषि कानून किस तरह से उनके लिए फायदेमंद सा​बित होगा.
बीजेपी अपने इस अभियान के दौरान देश में सौ से अधिक जगहों पर सम्मेलन करेगी, जबकि हर जिले में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी.
गौरतलब है कि कृषि कानून को लेकर हाल में एक बुकलेट भी जारी की गई है, जिसमें तीनों कृषि कानूनों से होने वाले फायदे के बारे में बताया गया है.
इसके साथ ही कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कृषि कानून के फायदे गिना रहे हैं, जिससे किसान अपना आंदोलन खत्म कर दें.

पंजाब के आढ़ती के मुनीम की मौत

किसान आंदोलन को लेकर टिकरी बॉर्डर पर बैठे किसानों की हालत लगातार बिगड़ रही है.
गुरुवार को कृषि कानूनों को रद करवाने की मांग लेकर यहां के टीकरी बॉर्डर पर डेरा डाले किसानों के लिए लंगर सेवा करने आए पंजाब के एक आढ़ती के मुनीम की मौत हो गई.
मुनीम के शव (Dead Body) को सिविल अस्पताल भिजवाया गया है.
यहां पर अब तक आंदेालन से जुड़े छह लोग जान गंवा चुके हैं. फिलहाल पुलिस (Police) मामले की जांच में जुटी हुई है.

पुलिस अधिकारियों को हुआ कोरोना

किसान आंदोलन में कोरोना संक्रमण हो गया है। कई दिनों से  सिंघू बार्डर पर चल रहे प्रदर्शन और सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस फोर्स को कोरोना ने घेर लिया है।
इस आंदोलन के बीच पंजाब के आढ़ती के मुनीम की अकस्मात मृत्यु हुई। हालांकि कारण स्पष्ट नहीं है।
लेकिन अचानक मौत कोरोना के ही लक्षण माने जाते हैं। उधर, आज सुबह तैनात दो आई.पी.एस. अधिकारियों की कोरोना रिपोर्ट भी पोज़िटिव आई है।

किसानों ने किया संघर्ष तेज करने का ऐलान

बता दें कि कृषि बिल का विरोध कर रहे किसानों ने आंदोलन और तेज करने का ऐलान कर दिया है.
किसानों की ओर से बताया गया है कि वह 12 दिसंबर से दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा हाईवे पर चक्का जाम करेंगे.
इसके साथ ही किसानों का आंदोलन 14 दिन से देशभर में और तेज कर दिया जाएगा.
इसके बावजूद अगर सरकार ने किसानों की मांगों पर कोई फैसला नहीं लिया तो बीजेपी के मंत्रियों और नेताओं का घेराव किया जाएगा.
किसानों का कहना है कि जिन मांगों को लेकर पिछले 15 दिन से वह दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हुए हैं, उन्हें वह पूरा करवाकर ही वहां से जाएंगे.

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