Prabhat Times
बठिंडा। पंजाब के मशहूर गैंगस्टर कुलवीर नरुआना (Gangster Kulvir Naruana) की मौत के साथ जुर्म का एक और अध्याय आज खत्म हो गया। कुलवीर नरूआना की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। नरुआना का मर्डर उसके ही खासमखास साथी मनजिन्द्र मन्ना ने किया है। सुबह मन्ना खुद कुलवीर के घर पहुंचा और बाहर गाड़ी ही बिठा कर एक के बाद एक कई फायर करके उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने कुलवीर नरुआना हत्याकांड में शामिल मनजिन्द्र मन्ना को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि नरुआना के मर्डहर के वजह फिलहाल ये बताई गई है कि मन्ना के साथ नरुआना के बीच कुछ दिन पहले तकरार हुई थी, जिस वजह से मन्ना ने ये वारदात की। ये भी चर्चा है कि जब मन्ना ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया उस समय वे हैरोईन के नशे में था।
पुलिस के मुताबिक आरोपी मन्ना सुबह लगभग 7 बजे कुलवीर नरुआना के घर पहुंचा। वे दोनो बाहर गाड़ी में ही बैठ गए। कुलवीर व मन्ना ने चाय पीने की बात कही तो नरुआना ने अपने साथी को घर के अंदर चाय लेने के लिए भेज दिया। उसी क्षण मन्ना ने गाडी़ में बैठे बैठे ही नरुआना पर एक के बाद एक कई फायर कर दिए। क्लोज़ रेंज से हुए फायरिंग में नरुआना मौके पर ही दम तोड़ गया। उसके साथी चमकौर आगे आया तो मन्ना ने उस पर भी गाड़ी चढ़ा दी। घर के अंदर से आए साथियों ने मन्ना की गाड़ी पर फायर किए। मन्ना मौके से भाग गया। जिसे पुलिस ने काबू कर लिया। हालांकि पहले ये भी चर्चा छिड़ी थी कि मन्ना भी गोली लगने से घायल हुआ है।
उधर, कुलवीर नरुआना हत्याकांड उसके विरोधियों की चाल है। नरूआना के विरोधी पक्ष द्वारा सोची समझी साजिश के अधीन मन्ना को अपने साथ मिला लिया और नरूआना का मर्डर करवा दिया। फिलहाल पुलिस इस मामले में ज्यादा कुछ कहने को तैयार नहीं है। पुलिस का कहना है कि मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। आरोपी मन्ना पुलिस हिरासत में है। आरोपी से हर ऐंगल और बारीकी से पूछताछ की जाएगी।

अपराध की दुनिया छोड़ धीरे-धीरे मुख्य धारा में लौट रहा था कुलबीर

गैंगस्टर कुलबीर नरुआना अपराध की दुनिया को छोड़ धीरे धीरे मुख्य धारा में लौट रहा था। पिछले कुछ साल से कुलबीर नरुआना अपने गांव एवं आस पास के गांव की गरीब लड़कियों की शादी करवाकर समाज सेवा करने में जुटा हुआ था। कुलबीर पर कुछ दिन पहले भी जानलेवा हमला हुआ था। 21 जून को कुलबीर नरुआना अपने साथियों समेत बाईपास से गुजर रहा था तो एक गाड़ी सवार युवकों ने उस पर लगातार 10 फायर किए थे। कुलबीर की गाड़ी बुलेटप्रूफ थी, जिस कारण उसे और उसके साथियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था। 

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