Prabhat Times
नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस (Republic Day Violence) पर ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान हुई हिंसा तथा लाल किले (Red Fort) में झण्डा फहराने के मामले में एजैंसिया सतर्क हो चुकी हैं। शुरूआती जांच में दीप सिद्धू के साथ साथ पंजाब के एक गैंगस्टर का नाम भी सामने आ रहा है। कहा जा रहा है कि दीप सिद्धू तथा गैंगस्टर लक्खा सिधाना ही इस हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं। इन्ही दोनों ने साजिशन किसानों को भड़काया और हिंसा हुई।
उधर, दिल्ली पुलिस द्वारा हिंसा के मामलों में 15 एफ.आई.आर. दर्ज करके आरोपियों की पहचान के लिए सी.सी.टी.वी. फुटेज खंगाले जा रहे हैं। इसी बीच पता चला है कि बीते दिन हुई हिंसा तथा अगली रणनीति के लिए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 10 बैठक बुला ली गई है। लक्खा सिद्धाना का नाम आने के बाद पंजाब पुलिस भी चौकस हो गई है। गैंगस्टरो को पकड़ने वाली पंजाब पुलिस की विशेष टीम भी अपने स्तर पर जांच शुरू कर चुकी है।
गणतंत्र दिवस पर हिंसा के बाद एक नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में है और वो नाम है दीप सिद्धू. आरोप लग रहे हैं कि इसी शख्स ने किसानों की भीड़ को लाल किला की तरफ मोड़ा, जिसके बाद हिंसा फैल गई. सिद्धू के बाद एक और नाम सामने आ रहा है, लाखा सिधाना.
जानकारी के मुताबिक दीप सिद्धू और लाखा सिधाना ने ही किसानों को लाल किला पर जाने के लिए भड़काया. लाल किले पर पहुंचने के बाद दीप सिद्धू ने ही प्रचार पर निशान साहिब फहराने के लिए भी कहा. इस बात को सिद्धू ने एक फेसबुक वीडयो में कुबूल भी किया है.

कौन है लाखा सिधाना?

पंजाब के भटिंडा में रहन वाला लाखा सिधाना अपराध की दुनिया का बड़ा नाम है. इसके ऊपर कई केस चल रहे हैं और पहले कई मामलों में गिरफ्तारी भी हो चुकी है. लाखा सिधाना का असली नाम लखबीर सिंह सिधाना है और वो कबड्डी का अच्छा खिलाड़ी था. लेकिन अपराध दुनिया में पैर रखने के बाद उसने अपने नाम और शौक दोनों को छोड़ दिया. लाखा सिधाना अभी युवाओं को सरकार और सिस्टम के खिलाफ भड़काने का काम करता है. जानकारों के मुताबिक सिधाना चुनाव भी लड़ना चाहता है.

दीप सिद्धू और लाखा सिधाना ने लाल किला जाने के लिए भड़काया

लाल किले पर पहुंचे किसानों ने बताया कि दीप सिद्धू और लाखा सिधाना नाम के दो नेताओं ने युवा को लेकर लाल किला जाने के लिए कहा. सीनियर किसान इस बात को लेकर राजी नही थे. लेकिन जो युवा प्रदर्शनकारी उनकी बातों में आ गए और अपने तय समिति से पहले सुबह 8:30 बजे ही सिंघु बोर्डर से लाल किले के लिए कूच कर गए. उसके बाद अन्य किसान संगठनों के प्रदर्शनकारी भी लाल किले पहुंच गए.

हिंसा के बाद राजधानी दिल्ली छावनी में तब्दील

गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के बाद राजधानी दिल्ली छावनी में तब्दील हो गई है. दिल्ली में पुलिस बल के साथ सीआरपीएफ की 15 कंपनियां तैनात की गई हैं. हालांकि कल देर रात आंदोलनकारियों से लाला किला खाली करवा लिया गया है. कर हुई हिंसा में करीब 86 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. वहीं, इस दौरान एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत भी हो गई.
ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने माफी मांगी है और परेड को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है. फिलहाल प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की कि आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा और आगे के कदमों पर चर्चा के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. हिंसा के बाद स्थिति अब नियंत्रण में है.

सुबह 10 बजे पंजाब के किसान नेताओं की बैठक

ट्रैक्टर रैली में हिंसा के बाद आज सुबह 10 बजे पंजाब के किसान नेताओं की बैठक होगी. इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी. बैठक में कल की घटनाओं पर बात होगी. इसके बाद किसान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं.
पंजाब पुलिस भी सतर्क
दिल्ली हिंसा में लक्खा सिद्धाना का नाम आने के बाद पंजाब पुलिस भी सतर्क हो गई है। पंजाब की काउंटर इंटैलीजैंस, एस.टी.एफ. भी लक्खा सिद्धाना को लेकर जांच शुरू कर चुकी है। उसका डाटा निकलवा कर अपने स्तर पर पिछले दिनों की गतिविधियों को खंगाला जा रहा है। बता दें कि लक्खा सिद्धाना पंजाब का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर है। 

हिंसा के लिए हुई 15 FIR, 153 पुलिसकर्मी घायल

दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को हुए उग्र भीड़ के पुलिस पर हमले में अब तक 153 पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है. इस संबंध में अबतक 15 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिसमें ईस्ट दिल्ली, द्वारका और पश्चिमी दिल्ली में 3-3 एफआईआर, 2 आउटर नार्थ, एक शाहदरा और एक नार्थ जिले में दर्ज हुई हैं जिनकी संख्या बढ़ सकती हैं. दिल्ली के 6 जिलों में दर्ज की गई इन एफआईआर में बलवा, सरकारी संपत्ति को नुकसान और हथियार लूटने जैसी धाराएं शामिल हैं.
इस हिंसा को लेकर ईस्टर्न रेंज में पुलिस ने 4 मुकदमे दर्ज किए हैं. इसमें एक मामला पांडव नगर थाने में, दो गाजीपुर थाने में और एक सीमापुरी थाने में दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक उपद्रवियों ने 8 DTC बस, 17 पब्लिक व्हिकल, 4 कंटेनर, 300 से ज्यादा लोहे के बेरीकेड्स तोड़े हैं.

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