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नई दिल्ली। (lata-mangeshkar-life-time-achievment) स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का मुंबई (Mumbai) में आज (रविवार को) निधन हो गया. लता मंगेशकर की याद में केंद्र सरकार ने दो दिन का राष्ट्रीय शोक (Two Day National Mourning) घोषित किया है. इस दौरान देश का तिरंगा झंडा लता मंगेशकर की याद में आधा झुका रहेगा.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, उनका अंतिम संस्कार आज शाम 6.30 बजे के करीब पूरे राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क में होगा. इस दौरान उनके शव को तिरंगे से लिपटाया जाएगा और सशस्त्र सेना के जवान अतिम संस्कार में उन्हें अंतिम सलामी देंगे.

भारत में रहेगा 2 दिन का राष्ट्रीय शोक

भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 2 दिन के राष्ट्रीय शोक (National Mourning) की घोषणा की. 6 फरवरी और 7 फरवरी, 2022 को राष्ट्रीय शोक मनाया जाएगा. पूरे देश में इस दौरान देश का तिरंगा झंडा झुका रहेगा.
राष्ट्रीय ध्वज संहिता के अनुसार राजकीय शोक के दौरान संसद, सचिवालय, विधानसभा, अन्य महत्वपूर्ण राष्ट्रीय भवनों या सरकारी कार्यालयों पर लगा राष्ट्रध्वज आधा झुका रहता है. इसके अलावा देश से बाहर स्थित भारतीय दूतावासों पर भी राष्ट्रध्वज आधा झुका रहता है. राष्ट्रीय शोक के दौरान कोई सरकारी या औपचारिक कार्यक्रम को आयोजन नहीं किया जाता है.

36 भाषाओं में 50 हजार से ज्यादा गाने, जानें लता मंगेशकर जी की उपलब्धियां

स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का आज 92 साल की आयु में दुखद निधन हो गया. भारत की स्वर कोकिला पूरे विश्व में सुरों की साम्राज्ञी थी. हमेशा से यह कहा जा रहा है कि उनकी जैसी आवाज दुनिया भर में न किसी की थी न किसी की होगी. सुरों के मामले में वे महानतम में महानतम थीं. बहुत छोटी सी उम्र में से ही लता दीदी को स्वर कोकिला कहा जाने लगा था. उनका सफर बहुत दिलचस्प रहा है. उनका जन्म 28 सितंबर 1929 को तत्कालीन इंदौर स्टेट में हुआ था. उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर मराठी और कोंकणी संगीतकार थे. इसलिए लता दी का जन्म ही संगीत के साथ हुआ था.

दीनानाथ मंगेशकर की दूसरी पत्नी की संतान

लता मंगेशकर दीनानाथ मंगेशकर की दूसरी पत्नी शेवंती की संतान थीं. दीनानाथ मंगेशकर की पहली पत्नी का नाम नर्मदा था लेकिन उनकी मृत्यु के कारण दीनानाथ मंगेशकर ने उनकी छोटी बहन शेवंती से शादी कर ली थी. दीनानाथ ने अपने सरनेम में मंगेशकर खुद जोड़ा था. वे अपने पैतृक गांव गोवा में मंगेशी को अपना सरनेम बना लिया. लता दीनानाथ की सबसे बड़ी संतान थी. लता दीदी का जन्म का नाम हेमा था लेकिन बाद में उनके पिता ने अपने एक नाटक की महिला पात्र लतिका पर उनका नाम लता रख दिया.

1991 तक 50 हजार गाने

सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के बारे में माना जा रहा है कि अब तक उन्होंने 36 भाषाओं में 50 हजार से अधिक गाने गाए हैं. इनमें कुछ गाने उन्होंने विदेशी भाषाओं में भी गाया है. 1974 में पहली बार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने 25 हजार गाना गाने का रिकॉर्ड लता दी के नाम दर्ज किया था. हालांकि जल्द ही यह रिकॉर्ड मोहम्मद रफी का हो गया जिन्होंने उस वक्त तक 30 हजार गाने रिकॉर्ड कर चुके थे. लेकिन 1984 में गिनीज बुक ने फिर से लता मंगेशकर के नाम सबसे ज्यादा गाने का रिकॉर्ड अंकित कर दिया. 1991 तक कई स्रोतों से यह पता चला कि स्वर कोकिला भारत रत्न ने 50 हजार से ज्यादा गाना गाए हैं.

ऐसे रही जीवनगाथा

  • 1927 पांच साल की उम्र में पिता दीनानाथ मंगेशकर से संगीत की शिक्षा शुरू.
  • 1942 दीनानाथ मंगेशकर का निधन, नवयुक चित्रपट के मालिक बने लता का गार्जियन, उन्होंने लता का सिंगर और एक्ट्रेस बनाने का फैसला लिया.
  • 1942 मराठी फिल्म के लिए पहला गाना गाई लेकिन अंत समय में इसे रिजेक्ट कर दिया गया. इसी साल विनायक ने मराठी फिल्म पहली मंगला गौर में अभिनेत्री की भूमिका दी और इसी फिल्म के लिए गाना गंवाया.
  • 1943 पहली बार मराठी फिल्म के लिए हिन्दी में गाना गाया- ‘माता एक सपूत की, दुनिया बदल दे तू’
  • 1945 लता मंगेशकर मुंबई आ गईं. इसके बाद भिंडीबाजार घराना के उस्तात अमन अली खान से हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की शिक्षा शुरू की.
  • 1946 बसंत जोगलेकर की हिन्दी फिल्म ‘आप की सेवा में’ के लिए ‘पा लागू कर जोरी’ गाना गाईं.
  • 1950 लता मंगेशकर देश की सबसे लोकप्रिय सिंगर बन गईं.
  • 1953 झांझर फिल्म की म्यूजिक डायरेक्टर बनी.
  • 1962 ओ मेरे वतन के लोगो गाने पर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आंखों में आंसू ला दिया था.

अवार्ड

  • 1969 पद्म भूषण
  • 1989 दादा साहेब फाल्के पुरस्कार
  • 1997 महाराष्ट्र भूषण अवार्ड
  • 1999 एनटीआर नेशनल अवार्ड
  • 1999 पद्म विभूषण
  • 1999 जी सिने लाइफ टाइम अचीवमेंट
  • 2001 भारत रत्न
  • 2007 लीजिएन ऑफ ऑनर
  • पांच फिल्म फेयर पुरस्कार

पांच फिल्मों की म्यूजिक डायरेक्टर

  • 1960 राम राम पवहाना
  • 1963 मराठा टिटुका मेलवावा
  • 1963 मोतियांची मंजुला
  • 1965 सधी मनसे
  • 1963 तंबडी माती

चार फिल्मों की प्रोड्यूसर

  • 1953 वदाई (मराठी)
  • 1953 झांझर (हिन्दी)
  • 1955 कंचन गंगा (हिन्दी)
  • 1990 लेकिन (हिन्दी)

 

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